पटना। बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए बिहार सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद फैसला किया है कि राज्य में 15 साल से पुरानी गाड़ियां नहीं चलेंगी।

असल में नीतीश कुमार का ये फैसला अहम माना जा रहा है। क्योंकि ज्यादातर राज्यों में गाड़ियों के पंजीकरण को दोबारा जारी कर 15 साल से पुरानी गाड़िया चलाई जाती हैं। हालांकि दिल्ली में 10 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ियां चलाने पर प्रतिबंध है। लेकिन अब बिहार सरकार के इस फैसले से राज्य में 15 साल से पुरानी गाड़ी नहीं चल सकेंगी। वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में इसका फैसला किया गया। नीतीश कुमार ने कहा कि देश ही नहीं राज्य में प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है। लिहाजा इसके लिए कड़े फैसले लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिहार में भी यह वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। इसमें एक अहम भूमिका गाड़ियों की है।

लिहाजा सरकार ने कड़े कदम उठाते हुए ये फैसला किया है कि राज्य में 15 साल से पुरानी गाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने कहा कि आटो रिक्शा, सिटी बसों में केरोसिन तेलों के मिलावट की जानकारी मिल रही है और इसके कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। सीएम ने कहा कि राज्य में इलेक्ट्रिक एवं सीएनजी वाहनों के प्रयोग को बढ़ावा दिया जाए वहीं तीव्र आवाज में हॉर्न बजाने पर रोक लगाई जाए। गौरतलब है कि सोमवार से ही दिल्ली में ऑड और इवन का फार्मूला लागू किया गया है ताकि राजधानी में प्रदूषण को कम किया जा सके।