विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 13-14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में दोनों नेताओं की मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं।
पाकिस्तान को लेकर भारत के रुख में कोई नरमी नहीं आई है। विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि 13-14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है। दोनों देशों के बीच कोई अलग से बातचीत नहीं होगी। दरअसल, पाकिस्तान के विदेश सचिव सोहेल महमूद के भारत दौरे के बाद दोनों नेताओं की संभावित मुलाकात को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी। पीएम मोदी अपने दूसरे कार्यकाल के पहले विदेश दौरे के तहत 8 और 9 जून को मालदीव जाएंगे। इसके बाद वह किर्गिस्तान की यात्रा करेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'बिश्केक में एससीओ समिट के दौरान पीएम मोदी और पाकिस्तानी पीएम इमरान खान की बैठक का कोई कार्यक्रम नहीं है।' पाकिस्तान के विदेश सचिव का भारत दौरा निजी था। उनके साथ दोनों नेताओं की मुलाकात को लेकर कोई बात नहीं हुई है। पाकिस्तान के विदेश सचिव सोहेल महमूद ने बुधवार को दिल्ली की जामा मस्जिद में ईद की नमाज अदा की थी। उन्होंने भी अपने दौरे को निजी बताया था।
Raveesh Kumar, MEA: To the best of my knowledge no meeting has been planned between PM Modi and Pakistan PM Imran Khan at the SCO Summit in Bishkek. pic.twitter.com/KJoqE00Uf6
— ANI (@ANI) June 6, 2019
Raveesh Kumar, MEA on Pakistan Foreign Secretary's visit to India: It was a personal visit and there was no meeting scheduled with him. pic.twitter.com/LFAXJ0HTAM
— ANI (@ANI) June 6, 2019
MEA on #KartarpurCorridor: We've sought clarification on reports that controversial elements have been appointed by Pakistan, from a committee associated with this project. We've sought clarification from Pak on some of key proposals forwarded in last meetings. Awaiting response pic.twitter.com/6ZlveaJ8cP
— ANI (@ANI) June 6, 2019
रवीश कुमार ने करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, 'हमने इस प्रोजेक्ट से जुड़ी एक कमेटी में पाकिस्तान द्वारा विवादित तत्वों की नियुक्ति की खबरों पर सफाई मांगी है। पिछली बैठक में भी हमने पाकिस्तान से कुछ अहम प्रस्तावों पर स्पष्टीकरण मांगा था। हम जवाब का इंतजार कर रहे हैं।' दरअसल, पाकिस्तान ने कॉरिडोर का काम देखने के लिए जो कमेटी बनाई है, उसमें कई खालिस्तानी अलगाववादियों को भी शामिल किया है।
Last Updated Jun 6, 2019, 5:33 PM IST