असदुद्दीन ओवैसी के हिस्सेदारी वाले बयान पर सियासी बवाल बढ़ता जा रहा है। भाजपा नेता माधव भंडारी ने ओवैसी पर उनके इस बयान के लिए तीखा हमला बोला है। भंडारी ने दो टूक कहा कि मुस्लिमों को किसी ने किराएदार नहीं कहा है। लेकिन अगर ओवैसी हिस्सेदारी की भाषा बोलेंगे तो यह 1947 में दी जा चुकी है। ओवैसी ने एक बयान देते हुए कहा था कि मुसलमान देश के हिस्‍सेदार हैं, किराएदार नहीं। 

भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा, 'उन्हें (ओवैसी) सोच-समझकर बोलना चाहिए। उन्हें (मुस्लिम) किसी ने किराएदार नहीं कहा, लेकिन हिस्सेदारी की भाषा बोलेंगे तो हिस्सेदारी 1947 में दी जा चुकी है। फिर तो मामला खत्म हो गया।' 

दरअसल, हैदराबाद में एक मजलिस को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख ओवैसी ने कहा था, 'अगर कोई यह समझ रहा है कि हिंदुस्‍तान के वजीर-ए-आजम 300 सीटें जीत कर हिंदुस्‍तान पर मनमानी करेंगे तो यह नहीं हो सकेगा। वजीर-ए-आजम से हम कहना चाहते हैं, संविधान का हवाला देकर कि ओवैसी आपसे लड़ेगा, मजलूमों के इंसाफ के लिए लड़ेगा। हिंदुस्तान को आबाद रखना है, हम हिंदुस्‍तान को आबाद रखेंगे। हम यहां पर बराबर के शहरी हैं, किराएदार नहीं हैं हिस्‍सेदार रहेंगे।' 

ओवैसी के बयान पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी। नकवी ने कहा, 'पीएम मोदी 130 करोड़ जनता का विश्वास हैं। कुछ लोग ऐसी बातें इसलिए कहते हैं ताकि उनका जीवन चलता रहे। कुछ लोग धर्म, जाति और क्षेत्र के आधार पर अनावश्यक बातें करते हैं। लेकिन इससे किसी का भला नहीं होगा।' नकवी ने कहा, 'पीएम मोदी ने 130 करोड़ लोगों को विकास में भागीदार बनाया है। अभी तक इनका राजनीतिक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा था लेकिन अब कुछ लोगों के शटर गिर गए हैं। जनता जानती है कि उनका शुभचिंतक कौन है।'