प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि पूर्व स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपनी यात्राओं के लिए 1980 के दौरान नौ सेना के युद्धपोत आईएएस विराट का इस्तेमाल एक प्राइवेट टैक्सी की तरह किया था। राजीव गांधी, गांधी परिवार के पहले व्यक्ति नहीं हैं, जिन्होंने नौ सेना के युद्धोत में छुट्टियां मनाई। बल्कि इस परंपरा की शुरूआत 1950 में देश के पहले प्रधानमंत्री और राहुल गांधी के परनाना जवाहर लाल नेहरू ने की थी। 


फोटो..जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव और संजय ने जून 1950 में इंडोनेशिया की यात्रा के दौरान नौसेना के युद्धपोत में विदेश में छुट्टियां मनाई

माय नेशन को जून 1950 की कई तस्वीरे मिलीं हैं, जिसमें जवाहर लाल नेहरू आईएनएस दिल्ली में छुट्टी मनाते दिख रहे हैं। इसे 1933 में नौसेना के लिए एक लिएंडर-क्लास लाइट क्रूजर ने बनाया था। इसे ब्रिटिश राज में एचएमएस अकिलिस के रूप में जाना जाता था और 1937 में रॉयल नेवी के न्यूजीलैंड डिवीजन में कमीशन किया था।
इस जहाज को द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में रॉयल नेवी को लौटा दिया गया था और 1948 में एचएमआईएस दिल्ली सिफारिश के बाद रॉयल इंडियन नेवी को बेच दिया गया था। जबकि सन् 1950 में उसका नाम बदलकर आईएएस दिल्ली कर दिया गया और 30 जून 1978 तक इसकी सेवाओं का लाभ देश को मिला और बाद में इसे डिकमीशन कर दिया गया। बुधवार को ही पीएम नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस के वंशवाद पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या भारतीय नौ सेना के एयक्राफ्ट का व्यक्तिगत तौर इस्तेमाल कर क्या गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलाफ नहीं किया।