अहमदाबाद। गुजरात में कोरोना का कहर जारी है और राज्य में कोरोना के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 537 तक पहुंच गई है। वहीं राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 9 हजार के पार हो गई है।  हालांकि राज्य में 466 लोग ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।

महाराष्ट्र के बाद गुजरात में कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले हैं। राज्य में कोरोना के बढ़ते संकट के मद्देनजर पिछले दिनों केन्द्र सरकार ने राज्य में एक टीम भेजी थी ताकि राज्य में संक्रमण के मामलों को कम किया जा सके। लेकिन हालात में अभी कोई बदलाव नहीं आया है। राज्य में लगातार मामले बढ़ रहे हैं। राज्य में संक्रमितों की संख्या 9,000 के करीब पहुंच गई है जबकि संक्रमण से 537 लोगों की मौत हो गई है। वहीं राज्य में कोरोना संक्रमण से  466 मरीज ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिल गई है। जिसके बाद राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 3,246 हो गई।

राज्य में अहमदाबाद सबसे ज्यादा प्रभावित है। अहमदाबाद में कोरोना संक्रमण के नए 267 मामले आने के बाद संक्रमितों की संख्या 6,353 तक पहुंच गई है।  वहीं अहमदाबाद में 392 संक्रमित ठीक हो गए हैं।  वहीं राज्य में डिस्चार्ज की दर 36.5 प्रतिशत है औऱ इसमें तेजी आ रही है। लेकिन हालत नियंत्रण में नहीं है। राज्य के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य जयंती रवि ने कहा कि राज्य ने अब तक 1,19,537 नमूनों की जांच की गई है और इसमें पिछले 24 घंटों में 3,066 शामिल हैं।

उधर कोरोना संकट के बीच राज्य सरकार ने राज्य में 14 मई से औद्योगिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है। क्योंकि राजकोट  में राज्य के अन्य जिलों की तुलना में कोरोना का संक्रमण कम है। राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि राजकोट पहले से ही ऑरेंज जोन में है। लेकिन जिले में में प्रतिबंध नहीं हटाया जा रहा है। लेकिन 14 मई से राजकोट में मानदंडों के अनुसार औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियां शुरू की जाएंगी। ताकि ठप हो चुकी  गतिविधियों को फिर से शुरू किया जा सके। राज्य में अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और भावनगर - और छह नगरपालिकाएँ रेड ज़ोन में हैं।