श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती व नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला को श्रीनगर में नजरबंद कर दिया गया है। इसके साथ ही राज्य में धारा 144 लगा दी गयी है। जिसके बाद रैलियां और बैठकें करने पर पूरी तरह से रोक लग गयी है। वहीं कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यही नहीं राज्य के स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।

जम्मू-कश्मीर में लगातार बदल रहे हालात के बीच राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती व पूर्व मुख्यमंत्री और एनसी नेता उमर अब्दुल्ला को श्रीनगर में कर दिया गया है। रविवार को शाम को ही राज्य के विपक्षी दलों ने बैठक बुलाई थी। जिसमें राज्य के मौजूदा हालात पर चर्चा की गयी।

हालांकि इसके बाद दोनों नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। राज्य के हालात बदले हुए जिसके बाद राज्य में धार 144 लागू कर दी गयी है। इसके बाद अब राज्य में कोई भी रैली या बैठकों का आयोजन नहीं किया जा सकेगा।

गौरतलब है कि राज्य में 28 हजार से ज्यादा अर्धसैनिक बलों की तैनाती के फैसले के बाद राज्य से अमरनाथ यात्रियों को 72 घंटे में कैंप खाली करने के आदेश दे दिए थे और साथ ही पर्यटकों को राज्य से जाने को कहा गया है। फिलहाल राज्य में राज्यपाल के साथ अफसरों की लगातार बैठकें चल रही हैं।

राज्यपाल के आदेश के बाद राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया है। प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी बंद कर दिये गए हैं और सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। 

यही नहीं इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। फिलहाल घाटी में इंटरनेट, फोन, केबल नेटवर्क आदि सेवाएं बंद कर दी गई हैं। राज भवन में डीजीपी, राज्यपाल और मुख्य सचिव की बैठक में ये फैसला लिया गया है।

वहीं नजरबंद होने से पहले महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा है कि, सुनने में आ रहा है कि जल्द ही इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया जाएगा. कर्फ्यू पास भी जारी किए जा रहे हैं। महबूबा मुफ्ती के इस ट्वीट को उमर अब्दुल्ला ने भी रिट्वीट किया है।