बच्चों के खिलाफ बढ़ते अपराध और खोखले सबूतों को देखते हुए दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में बच्चों के लिए एक स्पेशल कोर्ट रूम की स्‍थापना की गई है। इसे  बिल्कुल बच्चों की पसंद के हिसाब से डिजाइन किया गया है। साथ ही यहां बच्चों के लिए छोटी छोटी कुर्सियां, टेबल और खिलौने रखे जाएंगे।

बताया जा रहा है कि कोर्ट की बनावट बिल्कुल बच्चों की पसंद के हिसाब से की गई है। ताकि यहां आकर वह खुद को सहज महसूस कर सके और किसी के ख‍िलाफ सच बोलने से डरे नहीं। दिल्‍ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राजेन्द्र मेनन ने इस कोर्ट रूम का उद्घाटन भी कर दिया है। पटियाला हाउस कोर्ट के प्रशासन विभाग का कहना है 'अक्सर देखा जाता है कि बच्चे कोर्ट का नाम सुनकर डर जाते हैं। कई बच्चे कोर्ट आ भी जाते हैं तो कुछ बोल नहीं पाते हैं। इसी लिहाज से इस कोर्ट रूम को बच्चों के बारे में सोचते हुए यह आकार दिया गया है।' 

जिसके चलते बच्चे जो जानते हैं वह कोर्ट में बता सके। इतना ही नही पारिवारिक विवाद से संबंधित मुकदमों को देखते हुए हेल्प डेस्क बनाया गया है। अगर किसी के पास वकील नही है तो दिल्ली लिगल सर्विस अथॉरिटी की ओर से फ्री में वकील मुहैया कराया जाएगा। जो मुफ्त में कानूनी सलाह देंगे। वहीं कैदियों के लिए लिगल ज्यूडिशियल हेल्प डेस्क बनाया गया है। जिसके तहत कैदियों को फ्री कानूनी सहायता दी जाएगी। 

इतना ही नही अगर कोई व्यक्ति गिरफ्तार होता है तो पुलिस इसकी सूचना दिल्ली लिगल सर्विस अथॉरिटी के वकील को देगी और वकील थाने में जाकर गिरफ्तार व्यक्ति को कानूनी  सलाह देंगे। बतादें की इससे पहले हेल्प डेस्क तीस हजारी कोर्ट, कड़कड़डूमा कोर्ट रोहणी कोर्ट और द्वारका कोर्ट में बनाया गया है।