नई दिल्ली। प्याज और टमाटर के बाद अब बाजार से लहसुन गायब हो गया है। पिछले एक हफ्ते के दौरान लहसुन की कीमत में 100 रुपये से ज्यादा का इजाफा हुआ है। बताया जा रहा है कि लहसुन की कीमत में बढ़ोत्तरी होने का सबसे बड़ा कारण बारिश है। जिसके कारण गोदाम में रखा लहसुन खराब हो गया है। जिसका सीधा असर कीमतों में देखा जा रहा है।

अभी तक उपभोक्ताओं को प्याज, टमाटर और आलू की बढ़ती कीमतों से राहत नहीं मिल पाई है। लेकिन अब बाजार में लहसुन की कीमतों में आग लग गई है। बाजार में पिछले हफ्ते तक 150 रुपये प्रति किलोग्राम बिकने वाला लहसुन अब 250-300 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है। क्योंकि बाजार से लहसुन गायब हो गया है। खपत के मुकाबले बाजार में आवक कम हो गई है। जिसके सीधा असर कीमतों में देखा जा रहा है।

बाजार के जानकारों का कहना है कि लहसुन की कीमतों में दोगुना इजाफा होने का सबसे बड़ा कारण बारिश है। जिसके कारण गोदाम में रखा लहसुन खराब हो गया है। दो हफ्ते पहले ही लहसुन की कीमत 150-200 रपए प्रति किलो थी। लेकिन अब इसमें दो गुने से भी ज्यादा का इजाफा हुआ है। हालांकि व्यापारियों का कहना है कि इस साल देश में लहसुन की पैदावार में काफी इजाफा हुआ है। लेकिन उसके बावजूद इसके दाम में बेहताशा वृद्धि हो रही है।

देश की प्रमुख लहसुन मंडी मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसौर और राजस्थान के कोटा के व्यापारियों का कहना है कि बारिश के कारण स्टाक में रखा लहुसन खराब हो गया है। जिसके कारण कीमतों में इजाफा हुआ है। दिल्ली में मदर डेयरी के बूथ पर लहसुन 300 रपए प्रति किलोग्राम बिक रहा है। चीन दुनिया का सबसे बड़ा लहसुन उत्पादक है। जबकि भारत में इसकी खपत काफी ज्यादा है। वहीं कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में लहसुन की कीमतों में कमी आ सकती है।