बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कहा था कि राफेल से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज चोरी हो गए हैं। जिसके बाद राजनीतिक दलों ने हंगामा शुरु कर दिया। 

लेकिन अब उनकी तरफ से अलग बयान आया है। वेणुगोपाल ने बातचीत के दौरान कि उन्हें बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा था कि रक्षा मंत्रालय से अहम दस्तावेज चोरी हो गए थे। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है, और न ही उन्होंने ऐसा बयान दिया था। इसकी बजाए उन्होंने कहा कि फोटोकॉपी गायब हुई है। 

आधिकारिक सूत्रों की माने तो अटॉर्नी जनरल की तरफ से स्टोलेन शब्द जो इस्तेमाल किया गया था वो शायद कुछ कड़ा और इस शब्द से बचा जा सकता था। 

 अटॉर्नी जनरल का कहना था कि रक्षा मंत्रालय के जिन दस्तावेजों के सार्वजनिक होने की बात थी। वेणुगोपाल ने यह भी कहा कि राफेल डील पर फैसले के खिलाफ प्रशांत भूषण और यशवंत सिन्हा द्वारा जो याचिका दायर की गई थी, दरअसल वो फोटो कॉपी थी। इस संबंध में द हिंदू पेपर द्वारा प्रकाशित दस्तावेजों के संबंध सरकार ने चेतावनी जारी की है।

अधिकारियों के मुताबिक द हिंदू पेपर के खिलाफ पूरा मामला ऑफिसियल सेक्रेट्स एक्ट के तहत बनता है। 

गौरतलब है कि राफेल पर जमकर राजनीति हो रही है। कांग्रेस ने बुधवार को निशाना साधते हुए कहा था कि यह मजबूत सरकार की निशानी है कि रक्षा मंत्रालय से गोपनीय दस्तावेज चोरी हो रहे है। 

कांग्रेस का आरोप था कि मौजूदा सरकार मजबूर सरकार है और प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से इस मामले को छिपाने की कोशिश की जा रही है।

लेकिन अब ऐसा लगता है कि अटॉर्नी जनरल ने जो दस्तावेज चोरी की जो बात अदालत में कही थी। वह ‘द हिंदू’ को लीक किए गए दस्तावेजों के बारे में था।