नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब ये तय हो गया है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार बनाने जा रही है। लेकिन इन चुनावों में दिल्ली वाले पूर्वांचलियों ने बिहार के राजनैतिक दलों को नकार दिया है। चुनाव में भाजपा ने जनता दल यूनाइेटड के लिए दो सीटें और एक सीट लोक जनशक्ति पार्टी के लिए छोड़ी थी जबकि कांग्रेस ने चार सीटें राजद के लिए छोड़ी थी। लेकिन चुनाव के बाद ये दल एक भी सीट नहीं जीत पाए यही नहीं पूर्वांचल बाहुल्य सीटों पर ये दल उम्मीद के मुताबिक वोट भी हासिल नहीं कर पाई हैं।

कांग्रेस ने दिल्ली में राजद के लिए चार सीटें छोड़ी हैं। लेकिन दोपहर तक कांग्रेस राजद गठबंधन काफी कम वोट मिले हैं। वहीं बुराड़ी सीट को भाजपा ने जदयू के लिए छोड़ा था लेकिन शुरूआती रूझानों में यहां पर जदयू को महज 10 हजार  वोट मिले हैं जबकि आप प्रत्याशी को इस सीट पर 28 हजार वोट मिले हैं। जहां पर जदयू प्रत्याशी को भाजपा ने समर्थन दिया था। वहीं संगम विहार सीट में आम आदमी पार्टी के दिनेश मोहनिया 27 वोटों के साथ आगे चल रहे हैं जबकि यहां पर भाजपा और जदयू प्रत्याशी को 14 हजार के करीब वोट मिले।

वहीं भाजपा की सहयोगी लोजपा की स्थिति काफी अच्छा नहीं है। सीमापुरी सीट भाजपा ने लोजपा के लिए छोड़ी थी यहां पर अभी तक लोजपा प्रत्याशी को 62 सौ वोट  मिले हैं वहीं पर  यहां के आप के राजेंद्र पाल गौतम 19 हजार वोटों के साथआगे चल रहे हैं। इसके साथ ही दिल्ली में बिहार की राष्ट्रीय जनता दल ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और कांग्रेस ने राजद को चार सीटें दी हैं। पालम सीट में राजद का हाल काफी बुरा है।

इस सीट पर जहां आप की भावना गौड़ को 11 हजार वोट से आगे हैं तो राजद प्रत्याशी को महज51 वोट मिले हैं। वहीं उत्तम नगर सीट भी राजद प्रत्याशी को 24 वोट मिले हैं जबकि आप प्रत्याशी यहां पर 16 हजार वोटों से आगे हैं। कुछ इस तरह किराड़ी सीट भी राजद का खराब प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। यहां पर आप को 21 हजार वोट मिले तो राजद के खाते में महज 80 वोट ही आए हैं। बुराड़ी सीट पर राजद को महज 739 वोट मिले हैं। ये सीट कांग्रेस ने राजद को दी थी।