भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर हमला करने के बाद विपक्ष के नेताओं ने कहा कि वह सरकार के साथ हैं। सरकार ने कहा कि पाकिस्तान में किया गया हवाई हमला मिलिट्री एक्शन नहीं था बल्कि ये एंटी टेरर ऑपरेशन था। आज सुबह ही सरकार ने शाम को विपक्षी दलों की सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। हालांकि ज्यादातर विपक्ष के बड़े नेता इस बैठक से दूर रहे और उन्होंने अपने प्रतिनिधि के तौर पर जूनियर नेताओं को भेजा।

हालांकि आज विपक्ष के नेताओं के भी सुर बदल गए हैं। कभी सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा आंतकी हमले को लेकर सवाल उठाने वाले नेताओं की सुर बदल गए हैं। विपक्षी दलों के नेताओं ने भारतीय वायुसेना को सलाम किया है। लेकिन मोदी सरकार की तारीफ करने से चूक रहे हैं। आज पाकिस्तान पर हुए हवाई हमलों के बाद सरकार ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई। जिसमें सरकार ने कहा कि पाकिस्तान पर ये हमला एंटी टेरर ऑपरेशन था। लिहाजा विपक्ष के नेताओं ने सरकार से कहा कि वह सरकार के साथ हैं। सरकार ने जो भी कार्यवाही की वह तर्कसंगत है। क्योंकि आंतकवाद से निपटने के लिए ये जरूरी कदम था।

असल में इसी महीने 14 तारीख को जम्मू और कश्मीर स्थित पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर फिदायीन हमले के बाद तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए थे। यही नहीं पिछली बार पाकिस्तानी सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइल पर भी इन नेताओं ने सवाल उठाए थे और सबूत मांगे थे। लेकिन पाकिस्तान के भीतर घुसकर उसे सबक सिखाने के केन्द्र की मोदी सरकार के कड़े फैसले के बाद इन नेताओं के सुर बदल गए हैं। अब भारत की कार्रवाई के बाद नेता और दल सरकार की प्रशंसा कर रहे हैं। हालांकि ये खुलेतौर पर सरकार के फैसले की प्रशंसा नहीं कर रहे हैं। लेकिन भारतीय वायुसेना की तारीफ कर रहे हैं।

भारतीय वायुसेना के मिराज विमानों ने बीती रात नियंत्रण रेखा के पार आतंकी कैंप्स पर करीब 1000 किलोग्राम के बम बरसाए और करीब 3 सौ से ज्यादा आंतकियों के मारे जाने की खबर है। वहीं सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम भारतीय सेना के प्रयासों की सराहना करते हैं। उन्होंने कहा कि एक और अच्छी बात यह है कि यह एक ऐसा ऑपरेशन था जिसमें विशेष रूप से आतंकवादियों और आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया था।