नई दिल्ली। पड़ोसी देश नेपाल के बाद अब पाकिस्तान ने अपना विवादित नक्शा जारी किया है। पाकिस्तान की कैबिनेट ने मंगलवार को इस विवादित नक्शे को मंजूरी दे दी है और इसमें भारतीय जम्मू कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताया है। यही नहीं पाकिस्तान ने लद्दाख और जूनागढ़ को भी इस नक्शे में शामिल किया है। फिलहाल पाकिस्तान के इस कदम के पीछे चीन का हाथ बताया जा रहा है। क्योंकि तमाम देश चीन के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। लिहाजा वह भारत को उसके पड़ोसियों से उलझकर देश का ध्यान चीन से हटाना चाहता है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नियाजी ने आज पाकिस्तान का नया राजनीतिक नक्शा जारी किया है और नए नक्शे में गिलगित बालटिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत गुलाम कश्मीर को अपना बताया है। यही नहीं पाकिस्तान ने पहली बार भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर को भी इस नक्शे में शामिल किया है। फिलहाल आज पाकिस्तान की कैबिनेट ने इस नए नक्शे को मंजूरी दे दी है। वहीं प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि नक्शा पारित करना कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाने की दिशा में ये पहला कदम है।

पीएम नियाजी ने कहा कि आज के बाद पाकिस्तान में यही नक्शा मान्य होगा और यहां स्कूलों और कॉलेजों में भी यही नक्शा पढ़ाया जाएगा। वहीं पाकिस्तान ने इस नए नक्शे में जम्मू कश्मीर के के अतिरिक्त जूनागढ़, लद्दाख और सर क्रीक को भी शामिल किाय है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि उनका मकसद श्रीनगर है और पाक सरकरा ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर स्थित कश्मीर हाई वे का नाम श्रीनगर हाई वे किया था।

पाकिस्तान ने फिलहाल ये कदम भारत को चिढ़ाने के लिए किया है। क्योंकि पाकिस्तान अच्छी तरह से जानता है कि दोनों देशों के बीच सीमाएं तय हैं और इसके बाद अगर पाकिस्तान ऐसा करता है तो उनसे भारत की तरफ से मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। वहीं पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने और आर्टिकल 370 को खत्म करने के एक साल पूरा होने के ठीक एक दिन पहले नक्शा पारित किया है।

चीन की शह पर उठाया ये कदम

माना जा रहा की चीन की शह पर नेपाल के बाद पाकिस्तान ने ये कदम उठाया है। अगर में लद्दाख में मात खाने के बाद चीन दुनिया में घिर गया है और वह अलग थलग पड़ता जा रहा है। वहीं भारत समेत दुनिया के कई देश उसे आर्थिक चोट दे रहे हैं। जिसके बाद चीन बौखला गया है। लिहाजा वह भारत को पड़ोसियों के जरिए घेरने की कोशिश कर रहा है।