भारत की कूटनीतिक कोशिशों के चलते पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों और उनके आकाओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव लगातार बढ़ रहा है। भारत में कई आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार मसूद अजहर के जैश-ए-मोहम्मद और हाफिज सईद के जमात-उद-दावा पर प्रतिबंध लगाने के बाद पाकिस्तान ने मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड सईद के साले अब्दुल रहमान मक्की को गिरफ्तार कर लिया है। मक्की भी मुंबई हमले में मोस्ट वांटेड है। यह कदम संयुक्त राष्ट्र द्वारा मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के बाद उठाया गया है। संयुक्त राष्ट्र की इस कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने का जबरदस्त दबाव है। 

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अब्दुल रहमान मक्की को गुजरांवाला से गिरफ्तार करने के बाद लाहौर जेल में भेजा गया है। मक्की प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा की राजनीतिक ईकाई और इंटरनेशनल मामलों का प्रमुख है। इसके अलावा वह जमात-उद-दावा से जुड़े धर्मार्थ संगठन  'फलह-ए-इसांनियत' से भी जुड़ा हुआ है। इस कार्रवाई को पाकिस्तान में प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कथित तौर पर चलाए जा रहे अभियान से जोड़कर देखा जा रहा है।

इससे पहले पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित किए गए मसूद अजहर से जुड़े दर्जनों संगठनों पर प्रतिबंध लगाया है। अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ही इस साल 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले को अंजाम दिया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवानों की जान चली गई थी। 

पाकिस्तान के कई प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा से जुड़े हुए हैं। यह मोस्ट वांटेड हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तय्यबा का मुखौटा संगठन है। लश्कर ने ही मुंबई में साल 2008 में हुई आतंकी हमले को अंजाम दिया था। इस हमले की साजिश हाफिज सईद ने रची थी। 

मक्की पर पाकिस्तान सरकार द्वारा एफएटीएफ की गाइडलाइंस के तहत की जा रही कार्रवाई के खिलाफ लोगों को उकसाने का आरोप है।  उसे पब्लिक ऑर्डर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। पाकिस्तान ने इस बात पर भी सहमति जताई है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से प्रतिबंधित आतंकियों और संगठनों के खातों एवं संपत्तियों को जब्त करेगा।