असल में पाकिस्तान में सब्जियों से लेकर दालों की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है और ये खाद्य उत्पाद अब लोगों की बजट से दूर होते जा रहे हैं। वहीं पाकिस्तान की इमरान सरकार नए पाकिस्तान का वादा कर रही है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान में इमरान खान सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब महंगाई के कारण पाकिस्तान की जनता त्राहि त्राहि कर रही है और इमरान खान सरकार के नए पाकिस्तान के वादे को कोस रही है। पाकिस्तान में महंगाई का कोहराम मचा हुआ है और अब तक महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
असल में पाकिस्तान में सब्जियों से लेकर दालों की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है और ये खाद्य उत्पाद अब लोगों की बजट से दूर होते जा रहे हैं। वहीं पाकिस्तान की इमरान सरकार नए पाकिस्तान का वादा कर रही है। वहीं महंगाई के बीच पिछले दिनों पाकिस्तान की इमरान सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में इजाफा कर दिया था और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में महंगाई में और ज्यादा इजाफा होगा। महंगाई के लिए पाकिस्तानी रुपये को भी जिम्मेदारे माना जा रहा है क्योंकि पाकिस्तानी रुपये की दुनियाभर में दूसरे देशों की तुलना मूल्य में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। फिलहाल पाकिस्तान में महंगाई बढ़ी है और ये 10.74 फीसदी तक पहुंच गई है जो अपने महीने की ऊंचाई पर है।
पाकिस्तान ब्योरो ऑफ स्टेटिस्टिक के मुताबिक अलग-अलग उत्पादों और सर्विस की कीमतों में इजाफा होने के कारण रिटेल महंगाई दर में वृद्धि हुई है। पाकिस्तान में एजुकेशन, हाउस रेंट और यूटिलिटी बिल्स और फूड एंड बेवरेजेज के दामों में इजाफा हुआ है और माना जा रहा है कि इसका अनुमान पाकिस्तान की इमरान सरकार को पहले से ही था। लेकिन उसके बावजूद सरकार ने कोई कदम नहीं उठाए। वहीं पाकिस्तानी सरकार ने गैस, ऊर्जा, पेट्रोलियम और बिजली की कीमतों में इजाफा किया है। जिसके कारण वहां पर महंगाई दर में इजाफा हुआ है। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में मूंग की कीमत 220-260 रुपए प्रति किलोग्राम,चना 160 रुपए प्रति किलोग्राम और चीनी के दाम बढ़कर 75 रुपए प्रति किलोग्राम के पार हो गई है।
इमरान सरकार में गिरा पाकिस्तान रुपया
पाकिस्तान रुपये में भी गिरावट दर्ज की गई है और इस साल पाकिस्तानी रुपए की वैल्यू 25 फीसदी तक गिर गई है। वहीं स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में महंगाई दर कई सालों की ऊंचाई पर है। जनवरी में महंगाई दर 14.6 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई थी।
Last Updated Jul 9, 2020, 7:30 PM IST