नई दिल्ली। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अब कंगाल हो चुका है। इसके इस बात के संकेत पाकिस्तान सरकार के हालिया फैसलों से मिल रहा है। पाकिस्तान सरकार अब विदेशों में रखी अपनी सरकारी संपत्तियों को बेच कर देश की अर्थव्यवस्था चला रहा है। क्योंकि उसका सरकारी खजाना खाली हो चुका है। उधर पाकिस्तान पर एफएटीएफ द्वारा ब्लैकलिस्ट होने का खतरा मंडरा रहा है।

असल में पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। उसका खजाना खाली हो चुका है। देश की अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए उसे कभी दुबई और सऊदी अरब तो कभी अपने सरपरस्त चीन से कर्ज लेना पड़ रहा है। पिछले दिनों एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान को एक बड़ी रकम विदेशों से लिए कर्ज के लिए ब्याज के तौर पर चुकानी पडती है। जिसके कारण कर्ज का पूरा लाभ देश की अर्थव्यवस्था को नहीं मिल पाता है। अब पाकिस्तान सरकार का खजाना खाली हो चुका है।

देश में हालात काफी खराब है। महंगाई दर काफी बढ़ गई है और बेरोजगारी चरम पर है। लिहाजा पाकिस्तान की इमरान खान सरकार विदेशों में पाकिस्तान सरकार की संपत्तियों को बेचने का फैसला किया है। इमरान खान सरकार ने हाल में बई एक्सपो में महंगी सरकारी संपत्तियों को बेचने का फैसला किया है। इमरान खान सरकार का कहना है कि इसका इस्तेमाल पाकिस्तान की जनता की भलाई के लिए किया जाएगा। हालांकि सच्चाई ये भी है कि पाकिस्तान में जब से इमरान खान की सरकार आई है। तब से पाकिस्तान के हालात और भी ज्यादा खराब है।

वहीं जुलाई में आईएमएफ से कर्ज मिलने के बाद तो पाकिस्तान की स्थिति और ज्यादा खराब है। क्योंकि इस कर्ज के मिलने के बाद पाकिस्तान सरकार को जनता पर कई तरह के कर्ज थोपने पड़े हैं। कई उत्पादों की कीमतों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक इमरान खान सरकार का कहना है कि संपत्तियों को बेचने से मिले धन का इस्तेमाल शिक्षा, स्वास्थ्य, खाद्य और आवास से जुड़ी कल्याणकारी योजनाओं पर खर्चे के लिए किया जाएगा।