भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी तरह के व्यापारिक संबंध खत्म कर दिए थे। जिसके तहत दोनों देशों के बीच उत्पादों का आयात निर्यात बंद हो गया था। हालांकि दवाई और अन्य जरूरी उत्पाद पाकिस्तान ने भारत से ही आयात किए।
नई दिल्ली। पाकिस्तान ने साफ तौर पर मान लिया है कि भारत से व्यापारिक संबंधों को तोड़ना उसकी बड़ी भूल थी। कश्मीर मुद्दे पर भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है और उसके निर्यात में कभी गिरावट आई है। पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने यह बात कही।
पाकिस्तान के केन्द्रीय बैंक ने माना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव से दोनों देशों के बीच व्यापार में काफी गिरावट आई है और ये गिरावट लगातार बढ़ सकती है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने दावा किया है कि 2019-20 की पहली छमाही में पाकिस्तान का भारत को निर्यात गिरकर 1.68 करोड़ डॉलर रह गया, जबकि 2018-19 की पहली छमाही में यह निर्यात 21.3 करोड़ डॉलर का था। वहीं बैंक का कहना है कि पाकिस्तान का भारत से आयात इसी अवधि में 28.6 करोड़ डॉलर था जो 2018-19 में 86.5 करोड़ डॉलर था।
गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी तरह के व्यापारिक संबंध खत्म कर दिए थे। जिसके तहत दोनों देशों के बीच उत्पादों का आयात निर्यात बंद हो गया था। हालांकि दवाई और अन्य जरूरी उत्पाद पाकिस्तान ने भारत से ही आयात किए। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर पाकिस्तान ने कड़ा ऐतराज भी जताया था और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसे किसी भी तरह की मदद अन्य देशों से नहीं मिली थी।
जिसके बाद पाकिस्तान बौखला गया था और उसने भारत से सभी तरह के संबंधों को तोड़ दिया था। इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत से राजनयिक संबंध भी कम कर दिए थे और व्यापार को रोक दिया था। फिलहाल पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने दावोस में माना है कि पाकिस्तान का विकास भारत के मदद के बगैर नहीं हो सकता है। हालांकि वहां पर भी इमरान खान कश्मीर कार्ड खेलना नहीं भूले। लेकिन वहां पर भी इमरान खान को कोई मदद नहीं मिली।
Last Updated Jan 24, 2020, 8:13 AM IST