नई दिल्ली। भारत और सऊदी अरब अपनी दोस्ती की एक नई इबादत एक बार फिर लिखने जा रहे हैं। पिछले दो महीने के दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी ये सऊदी अरब की दूसरी यात्रा है। जहां भारत और सऊदी अरब नए कारोबारी रिश्ते के लिए हस्ताक्षर करेंगे। सऊदी अरब भारत में काफी निवेश कर रहा है। जिसके कारण पीएम मोदी वहां पर गए हैं। लेकिन इस यात्रा से सबसे बड़ा झटका पाकिस्तान को लगने जा रहा है। जहां सऊदी अरब भारत में निवेश कर रहा है। वहीं पाकिस्तान हमेशा आर्थिक मदद के लिए सऊदी अरब के पास कटौरा लेकर आर्थिक मदद के लिए जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज से हो रही खाड़ी देश की यात्रा कई मामलों में अहम है। इस यात्रा के दौरान भारत और खाड़ी के देशों के बीच तेल और गैस, नवीनीकरण ऊर्जा और नागरिक उड्डयन समेत कई क्षेत्रों में समझौते होंगे। जो पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है। वहीं सऊदी अरब में पीएम मोदी रुपे कार्ड भी लॉच करेंगे। इससे पहले ये कार्ड यूएई में लॉच हो चुका है। पीएम मोदी आज मोदीफ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव में हिस्सा लेंगे।

पीएम मोदी मंगलवार को सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी रियाद में 29 से 31 अक्टूबर के बीच होने वाले तीन दिवसीय कार्यक्रम फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव में हिस्सा लेंगे। हर साल होने वाले इस निवेश कार्यक्रम में इस बार की थीम 'व्हाट इज नेक्स्ट फॉर ग्लोबल बिजनेस' है। ये प्लेटफार्म  सऊदी अरब की सरकार द्वारा कराया जाता है। जहां पर विश्व के बड़े कारोबारी हिस्सा लेते हैं और विभिन्न देशों के प्रतिनिधि कारोबारियों को अपने देश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वहीं अपने देश में दिए जाने वाली सहूलियतों के बारे में बताते हैं। फिलहाल विश्व के सभी देशों के साथ भारत में भी मंदी की आहट सुनाई दे रही है।

लिहाजा निवेश के लिए भारत सरकार विभिन्न औद्योगिक  घरानों को निवेश के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इसके साथ ही ये यात्रा इसलिए भी अहम हो जाती है कि सऊदी अरब ने अभी तक कश्मीर के मुद्दे पर भारत का साथ दिया है। लेकिन पाकिस्तान की इमरान खान सरकार इसके लिए सऊदी अरब से मदद मांग रहा है। पिछले दिनों राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजित डोभाल ने भी सऊदी अरब के प्रिंस से मुलाकात  की थी।

पिछले दिनों सऊदी अरब ने पाकिस्तान को नसीहत भी दी थी कि वह भारत और पाकिस्तान के मामले में इस्लाम का प्रयोग न करे। क्योंकि पाकिस्तान ने मुस्लिम देशों के बीच इसे धर्म का मामला बना दिया था। गौरतलब है कि पीएम मोदी को सऊदी अरब पीएम नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च सम्मान से भी नवाज चुका है।