आज संसद में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए हटाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान को समर्थन करने वाले राज्य के अलगाववादी भी कश्मीर घाटी में किसी बड़े मिशन को अंजाम देना चाहते हैं। हालांकि सुरक्षा बलों ने ज्यादातर अलगावादियों को पहले से ही नजरबंद किया हुआ है। लेकिन पाकिस्तान इनके सहारे राज्य में अस्थिरता लाना चाहता है। आज के हालात को देखते हुए पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और आतंकी संगठन किसी बड़ी हरकत को अंजाम देने की फिराक में हैं।
नई दिल्ली। कश्मीर से अनुच्छेद 370 समेत 35 ए हटाने के बाद पाकिस्तान क्या भारत से सटे हिस्सों में हमले की तैयारी कर रहा है या फिर वह जम्मू कश्मीर के हालात बिगाड़ने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में तालिबानी आतंकियों को सीमा पार कराना चाहता है।
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना सीमा पर तोपों को तैनात कर रही है। यही नहीं कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में तेजी लाने के लिए अफगानिस्तान में सक्रिय तालिबान की मदद ले रही है।
आज संसद में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए हटाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान को समर्थन करने वाले राज्य के अलगाववादी भी कश्मीर घाटी में किसी बड़े मिशन को अंजाम देना चाहते हैं। हालांकि सुरक्षा बलों ने ज्यादातर अलगावादियों को पहले से ही नजरबंद किया हुआ है।
लेकिन पाकिस्तान इनके सहारे राज्य में अस्थिरता लाना चाहता है। आज के हालात को देखते हुए पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और आतंकी संगठन किसी बड़ी हरकत को अंजाम देने की फिराक में हैं। पाकिस्तानी सेना ने सीमा पर नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों के स्कूलों में छुट्टियां करा दी हैं। यही नहीं उसने यहां पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने पुंछ में नियंत्रण रेखा के उस पार के चिड़ीकोट, मंधार, नेजापीर, तैत्रिनोट, बांडी अब्बासपुर, हजीरा, निखयाल, डेरी आदि क्षेत्रों में कई नई तोपें स्थापित की हैं। यही नहीं जिन इलाकों में पाकिस्तानी सेना के तोप वाले वाहन गश्त कर रहे हैं, वहां पर आम लोगों की आवाजाही बंद कर रखी है।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना ने तोपों से दो बार पुंछ ब्रिगेड और कृष्णा घाटी में भारतीय सैन्य शिविरों को निशाना बनाने का प्रयास किया था। हालांकि भारतीय सेना ने भी सीमा पर तोपों को तैनात कर दिया है।
दो दिन पहले ही पाकिस्तान द्वारा सीजफायर का उल्लघंन को तोड़ने के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसका मुंहतोड़ जवाब दिया था। जिसमें पाकिस्तान के बैट के 7 जवान मारे गए थे। हालांकि पाकिस्तान ने इन जवानों के शवों को लेने जाने से भी मना कर दिया था।
Last Updated Aug 5, 2019, 6:46 PM IST