नई दिल्ली। अभी तक भारत को परमाणु युद्ध की धमकी देने वाले इमरान खान के बोल बदल गए हैं। अब इमरान खान कह रहे है कि वह भारत पर परमाणु बम से कभी हमला नहीं करेंगे। जबकि अभी तक इमरान खान और उनके कैबिनेट से मंत्री लगातार परमाणु हमले की धमकी दे रहे थे। आखिर एक दिन में ऐसा क्या हुआ कि इमरान खान के सुर बदल गए। इसके पीछे का राज क्या है। असल में पाकिस्तान आर्थिक तौर पर कंगाल हो चुका है। उसे विदेशों से कर्ज नहीं मिल रहा है। वहीं अगर उसे अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से कर्ज नहीं मिलता है तो वह कंगाल हो सकता है और ऐसे में पाकिस्तान में गृहयुद्ध का खतरा मंडराया हुआ है।

असल में हमेशा से ही परमाणु हमले को लेकर भारत को दुनिया भर में डराने वाले पाकिस्तान को लग रहा है कि अगर वह ऐसे ही धमकियां देता रहेगा तो विश्व स्तर पर उसकी इमेज खराब हो जाएगी। इसके बाद कोई भी देश उसे आर्थिक मदद भी नहीं देगा। जिससे उसकी अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो जाएगी। जबकि पाकिस्तान को अभी आर्थिक मदद की जरूरत है।

यही नहीं एफएटीएफ के एपीजी ग्रुप ने उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया है। जिसके बाद उसकी अक्टूबर में होने वाली बैठक में उसे ब्लैक लिस्ट में डाला जा सकता है। अगर पाकिस्तान को आईएमएफ का कर्ज नहीं मिलता है तो वह कंगाल हो जाएगा। लिहाजा पाकिस्तान में जनता बगावत भी कर सकती है। जिसके काऱण अब इमरान खान डरे हुए हैं। लिहाजा अब अमन शांति की बात कर रहे हैं।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को कहा कि उनका देश कभी भी भारत के साथ युद्ध शुरू नहीं करेगा। हालांकि इमरान खान ने बात सिख समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “हम कभी भी युद्ध शुरू नहीं करेंगे। पाकिस्तान और भारत दोनों परमाणु शक्तियां हैं और अगर तनाव बढ़ा तो दुनिया खतरे का सामना करेगी।

अब इमरान खान कह रहे हैं कि युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है। इमरान खान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के पास परमाणु शक्तियां हैं और इनके बीच तनाव बढ़ने पर दुनिया के लिए खतरा बढ़ेगा।

गौरतलब है कि भारत ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को रद्द कर दिया। जिसके विरोध करने के बाद पाकिसातन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग थलग पड़ गया है।