जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में स्थित भारतीय सेना की 93 ब्रिगेड में मंगलवार सुबह हुए मोर्टार हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने की बात देर शाम सेना ने मान ली। 'माय नेशन' ने सुबह 11:03 बजे ही बताया था कि पाकिस्तान की तरफ से युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए पुंछ शहर में स्थित सेना की 93 ब्रिगेड को निशाना बनाया गया है। पाकिस्तान की तरफ से दागा गया मोर्टार शेल सैन्य कैंप के अंदर आकर फटा है।

शाम को एक बार फिर पाकिस्तान ने कृष्णाघाटी सेक्टर में सेना की एक यूनिट को निशाना बनाते हुए 82 एमएम का मोर्टार दागा।

 देश शाम सेना ने एक बयान जारी कर दोनों खबरों की पुष्टि की, जिनमें 'माय नेशन' ने बताया था कि किस तरह पाकिस्तान भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहा है। सेना की ओर से कहा गया है कि इन दोनों हमलों में पाकिस्तान का हाथ है। सुबह 10:30 बजे पुंछ में पाकिस्तान द्वारा युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए आरपीजी और छोटे हथियारों से भारतीय पोस्टों पर फायरिंग की गई जिनमें से एक राउंड 93 ब्रिगेड के मुख्यालय मेंआकर फटा, जिससे वहां आग लग गई। 


देर शाम हुए दूसरे युद्धविराम उल्लंघन में पाकिस्तानी सेना द्वारा दागा गया 82 एमएम का मोटर सेल कृष्णा घाटी सेक्टर में सेना की यूनिट में गिरा जिसकी वजह से यूनिट के एक हिस्से को नुकसान पहुंचा है। हालांकि सेना ने कहा है कि इन दोनों हादसों में किसी की जान का नुकसान नहीं हुआ है।

सुबह पुंछ के एसएसपी राजीव पांडे ने एक बयान में कहा था कि पाकिस्तान की ओर से शेल गिरा है। इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है। धमाके के बाद हम टीम के साथ मौके पर पहुंचे। तथ्यों की पड़ताल की जा रही है। 

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 सूत्रों ने 'माय नेशन' को बताया कि सेना के उच्च अधिकारी इस बात से बेहद चिंतित हैं कि आखिरकार पाकिस्तान भारत की ऑपरेशनल चौकियों को इतने सटीक तरीके से कैसे निशाना बना रहा है। चिंताजनक बात यह भी है कि पाकिस्तान की तरफ से सुबह जिस 93 ब्रिगेड को निशाना बनाया गया, वह पुंछ शहर के बीचोंबीच है। पुंछ में पाकिस्तान द्वारा युद्धविराम के उल्लंघन के बाद स्थानीय प्रशासन ने सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए हैं।

 वहीं सेना द्वारा आधिकारिक तौर पर यह बयान जारी करना कि इन दोनों घटनाओं में पाकिस्तान का हाथ है, इस तरफ इशारा करता है कि सेना पाकिस्तान की इन दोनों कायरतापूर्वक हरकतों का जल्द ही मुंहतोड़ जवाब दे सकती है।