जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत के बाद भारत की तरफ से की गई कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। नियंत्रण रेखा पर लगातार भारी तोपखाने से रिहायशी इलाकों और भारतीय चौकियों पर गोलाबारी की जा रही है। लगातार हो रहे सीजफायर उल्‍लंघन और नागरिकों पर गोलाबारी के लिए भारतीय सेना ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। सेना की ओर से दी गई चेतावनी में कहा गया है कि एलओसी पर कड़ी निगरानी की जा रही है। अगर पाकिस्तान की ओर से कोई भी गलत हरकत हुई तो उसके नतीजे गंभीर होंगे। 

इससे पहले बुधवार को पाकिस्तानी सैनिकों ने सुबह 10.30 एलओसी पर गोलाबारी की। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है। 14 फरवरी से अब तक पाकिस्तान एलओसी और खासकर राजौरी तथा पुंछ जिलों में 60 से ज्यादा बार संघर्षविराम का उल्लंघन कर चुका है। 

रक्षा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार को भारी गोलाबारी हुई। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने एक बयान में कहा, 'राजौरी के नौशेरा और सुंदरबनी सेक्टरों में नियंत्रण रेखा के पास छोटे हथियारों और तोपों से भारी गोलाबारी की गई। भारतीय सेना ने इसका दृढ़ता और प्रभावी तरीके से जवाब दिया।' 

सेना ने अपने एक बयान में कहा है, 'नागरिकों को निशाना न बनाने' की चेतावनी के बाद एलओसी पर फिलहाल शांति कायम है। पिछले 24 घंटे में पाकिस्तानी सेना ने बिना उकसावे के भारी हथियारों से सुंदरबनी और कृष्णा घाटी के इलाकों में फायरिंग की और मोर्टार दागे हैं। गोलीबारी के जरिये भारतीय पोस्ट को निशाना भी बनाया गया। भारत ने जवाबी हमला किया है। भारत की ओर से कोई हताहत नहीं हुआ है।' 

इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने बिना उकसावे के सुंदरबनी सेक्टर में मंगलवार को लगभग 10.30 बजे से संघर्ष विराम का उल्लंघन कर गोलीबारी की। इसके बाद गोलीबारी अस्थायी तौर पर थम गई। राजौरी के नौशेरा सेक्टर और पुंछ के कृष्णाघाटी सेक्टर में मंगलवार को भी दोनों सेनाओं के बीच भारी गोलीबारी हुई थी। इस दौरान राजौरी के कलाल इलाके में एक सैनिक घायल हो गया था। इन दोनों जिलों में नियंत्रण रेखा से पांच किलोमीटर की दूरी के भीतर सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं।