चीन गधों को लेकर काफी रिसर्च कर रहा है। इसके लिए चीन कई देशों से गधों का आयात तो कर ही रहा है साथ ही गधों पर निवेश भी कर रहा है। चीन में गधों की खाल से कई तरह की दवाएं बनाई जाती है, जो कई तरह की बीमारियों में काम आती है। जिससे चीन को अरबों रुपए का फायदा सालाना होता है। अब चीन पाकिस्तान से गधों का आयात करेगा, जिससे पाकिस्तान को हजारों करोड़ों रुपए की आमदनी होगी।

कई देशों ने आर्थिक मदद न मिलने के बाद अब पाकिस्तान को चीन से सराहा मिलेगा। चीन कर्ज में डूबे पाकिस्तान से गधों का आयात करेगा और इससे पाकिस्तान को कर्ज से उबरने में मदद मिलेगी। इससे पाकिस्तान को आर्थिक मदद तो मिलेगी ही साथ ही वहां ये आय के नए स्रोत भी बनेंगे। आर्थिक तौर पर पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। कई देशों ने पाकिस्तान को आर्थिक मदद देनी बंद कर दी है। जिससे वहां की अर्थ व्यवस्था चरमरा गई है।

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अब चीन ने पाकिस्तान से गधों का आयात करने के फैसले के बाद उसे राहत दी है। पाकिस्तान अब चीन को गधे बेचकर अपनी कुछ मुश्किलें दूर करेगा। पूरे विश्व में गधों की आबादी के मामले में पाकिस्तान तीसरे स्थान पर है वहीं चीन में गधों की आबादी सबसे ज्यादा है। चीन में गधों को काफी खास माना जाता है क्योंकि इनका इस्तेमाल पारंपरिक चीनी दवा बनाने में किया जाता है। गधों की खाल से तैयार होने वाले जिलेटिन को औषधीय गुणों का बताया जाता है और इससे खून और इम्यून सिस्टम बेहतर होता है। 

पाकिस्तान की आर्थिक दिक्कतों को दूर करने के लिए चीन ने करोड़ों रुपए के आर्थिक मदद की बात कही थी और इसके बदले पाकिस्तान को वहां गधे भेजे जाने थे। इसके साथ ही चीनी कंपनियां पाकिस्तान में गधों की फार्मिंग करने के लिए निवेश करने में दिलचस्पी ले रही हैं ऐसा कहा जा रहा है कि विदेशी कंपनियां खासतौर से चीन की कंपनियां पाकिस्तान में हजारों करोड़ रुपये गधों में निवेश कर रही हैं।