पाकिस्तान के एक राजनयिक ने दिल्ली के भीड़भाड़ वाले सरोजिनीनगर मार्केट में एक महिला का यौन उत्पीड़न किया। माय नेशन के हाथ लगे दस्तावेजों के मुताबिक राजनयिक का दर्जा प्राप्त इस पाकिस्तानी शख्स ने उस महिला को बेहद घटिया तरीके से स्पर्श किया।
जहां पाकिस्तान अपने राजनियक की कथित रुप से मामूली गलती को तूल देकर उसकी गिरफ्तारी होने पर हंगामा मचा रही है। वहीं इस घटना का सच बिल्कुल अलग ही है।
इस घटना से पता चला कि सार्वजनिक स्थानों पर पाकिस्तानी राजनयिक का व्यवहार महिलाओं के साथ कैसा होता है। माय नेशन की जांच में सच सामने आया है।
इस घटना ने पाकिस्तान के राजनयिक एम शुएब की हरकतों पर से पर्दा उठाया है, जिसने दिल्ली के प्रसिद्ध सरोजिनी नगर मार्केट में उत्तर-पूर्व की एक लड़की से छेड़छाड़ की। माय नेशन के हाथ लगे दस्तावेज़ों से मालूम होता है कि इस पाकिस्तानी राजनयिक ने बेहद गलत तरीके से मणिपुर की एक युवा महिला का स्पर्श किया।
यही नहीं पीड़िता को धमकाने के बाद शुएब ने लड़की के चाचा को फोन भी किया। उन्होंने पुलिस को लिखे एक पत्र में बताया कि ‘मुझे पता चला है कि एक शख्स ने उसे पीछे गलत तरीके से स्पर्श किया है।’
दिलचस्प बात यह है कि महिला से छेड़छाड़ और लिखित माफी देने के बाद भी पाकिस्तान ने गलत तथ्यों के आधार पर अपने राजनयिक को हिरासत में लेने पर भारतीय विदेश मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस ने बताया कि इस घटना के बारे में पुलिस को जानकारी देते हुए शुएब ने पुलिसवालों के साथ भी दुर्व्यवहार किया। हालांकि बाद में उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली।
पुलिस शुरूआत में शुहाब की लिखित माफी को समझ ही नहीं पाई। क्योंकि यह बेहद खराब अंग्रेजी में लिखा गया था और ऐसा लग रहा था जैसे वह इस घटना के लिए पीड़ित पर आरोप लगा रहा हो।
जो कि कुछ इस प्रकार है-“Today at about 1530 hrs I was in Sarojini Nagar market New Delhi due to heavy rush one girls without extensively touch my hand & she thought that this act was intentional. I sorry her at the spot/place however in future I shall be very careful. In this incident I say again sorry,” the diplomat said in his written apology.
पाकिस्तान मीडिया ने भी बिना तथ्यों की जानकारी के इस घटना को मुद्दा बनाकर चलाना शुरु कर दिया है। पाकिस्तानी अखबार द डॉन के मुताबिक ‘सूत्रों ने बताया है कि पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी को भारतीय अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था लेकिन उसे कुछ ही घंटे में रिहा कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जब मामला तुरंत भारतीय पक्ष के साथ उठाया गया था, तो अधिकारी को एक नोट पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया’।
लेकिन सच्चाई यह है कि जब शुहाब ने लिखित में माफी मांगी और पुलिस से कार्रवाई नहीं करने का अनुरोध किया। पीड़िता के चाचा ने भी पुलिस को लिखे अपने पत्र में स्वीकार किया है कि उसकी लिखित माफी के बाद उन्होंने उसे क्षमा कर दिया है।
Last Updated Jan 17, 2019, 11:11 AM IST