जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया और आंतकी मसूद को वैश्विक आंतकी घोषित किया जाए, ये केवल समूचा विश्व ही नहीं बल्कि पाकिस्तान का मीडिया भी चाहता है। पाकिस्तान मीडिया का कहना है कि पाकिस्तान और चीन हो मसूद को वैश्विक आंतकी घोषित करने में रोड़ा नहीं अटकाना चाहिए।

पाकिस्तानी मीडिया का साफ कहना है कि पूरे विश्व में जिस तरह से मसूद को वैश्विक आंतकी घोषित किए जाने की मांग हो रही है, उसके लिए पाकिस्तान को रोड़ा नहीं अटकाना चाहिए। असल में पाकिस्तान के बड़े अखबार डॉन की एक संपादकीय में इसका जिक्र किया है कि पाकिस्तान में रह रहे मसूद को वैश्विक आंतकी घोषित किया जाना चाहिए। अखबार का ये भी कहना है कि पाकिस्तान और चीन को जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी चिह्नित करने के रास्ते में रोड़ा नहीं अटकाना चाहिए। अखबार में ये भी लिख है कि पाकिस्तान में आतंकी समूहों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

अगर पाकिस्तान सरकार ऐसा करती है तो उसे विश्वस्तर पर सम्मान मिलेगा और पाकिस्तान की तरफ लोग गलत नजर नहीं देखेंगे। अखबार ने खासतौर पर लिखा है कि कोई भी ‘अच्छा’ या ‘बुरा’ आतंकी समूह नहीं होता है और ये समूह या तो देश में तबाही लाते हैं या तबाही लाते रहे हैं। संपादकीय में पाकिस्तान सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए इमरान खान सरकार की आलोचना की है। अखबार का कहना है कि उन्होंने वादा किया था कि वह पाकिस्तान की जमीन को आंतकियों को इस्तेमाल नहीं करने देंगे। लेकिन अब लगता है उनकी प्राथमिकता खत्म हो गयी है।

हालांकि अखबार का ये भी कहना है कि ज्यादातर आंतकियों को प्रतिबंधित किया जा चुका ह लेकिन अब सरकार को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि वह दोबारा सिर न उठाए। अखबार ने लिखा है कि पाकिस्तान सरकार को मसूद अजहर को काली सूची में डालने का विरोध नहीं करना चाहिए और इसके लिए पाकिस्तान को हिचकिचाना नहीं चाहिए। गौरतलब है कि चीन ने वीटो लगाकर पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चौथी बार मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की राह में रोड़ा अटका दिया था।