जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में एक पादरी द्वारा 'जबरन' चलाए जा रहे हॉस्टल से प्रशासन ने 19 बच्चों को बचाया है। गिरफ्तार किए गए पादरी पर बच्चों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। पादरी के 'हॉस्टल' से 19 बच्चे को बचाया गया है। इनमें 11 लड़के और 8 लड़कियां हैं। सभी की उम्र 5 से 16 साल तक है। सभी बच्चे कठुआ के आसपास के इलाकों के हैं। बच्चों को मेडिकल के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। 

जिला प्रशासन को सूचना मिली थी कि एक धार्मिक स्थल में करीब 20 बच्चों को जबरन बंधक बनाकर रखा गया है। इसके बाद सहायक आयुक्त राजस्व जितेंद्र मिश्रा की अगुवाई में एक टीम ने पादरी के आवास पर छापा मारा। 

जितेंद्र मिश्रा ने 'माय नेशन' से कहा, 'हमें पादरी के आवास परिसर में संदिग्ध गतिविधियों के इनपुट मिले थे। शुक्रवार को फिर ऐसे इनपुट मिलने के बाद कार्रवाई की गई। जब उनसे रजिस्ट्रेशन और दूसरे दस्तावेज मांगे गए तो उन्होंने नहीं दिए।'

उन्होंने कहा, 'आरोपी पादरी का दावा है कि वह पेंटा कोस्टल मिशन से जुड़ा हुआ है, लेकिन मिशन पादरी के उनसे जुड़े होने से इनकार कर रहा है।'

पादरी के घर से बचाए गए 11 लड़कों में से एक ने बताया कि उसे दूसरों के सामने नंगा कर पीटा गया। वहीं एक बच्ची ने पादरी पर गलत हरकतें करने का आरोप लगाया। उसने कहा, 'हमारे कमरे में कोई कुंडी नहीं थी। पादरी रोज आता और एक लड़की को अपने साथ ले जाता। वह हमें टॉफी देता था।' बच्ची के मुताबिक, 'वह गंदी फिल्में दिखाता था और हमारे सामने नंगा हो जाता था। हमें भी ऐसा करने को कहता था।'

"

पुलिस ने पादरी के घर से कुछ नशीली टॉफियां बरामद की हैं। उन्हें जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेजा गया है। सूत्रों ने 'माय नेशन' को बताया कि पादरी पिछले तीन-चार साल से अपने परिसर में 'जबरन हॉस्टल' चला रहा था। पादरी साठ के दशक में केरल से यहां आया और पत्नी के साथ रह रहा था। बच्चों का यौन उत्पीड़न तब शुरू हुआ जब कुछ महीने पहले उसकी पत्नी केरल चली गई। 

पुलिस ने पूरे परिसर को सील कर दिया है। साथ ही पादरी का मोबाइल, लैपटॉप, पेनड्राइव और दूसरा सामान भी जब्त किया गया है। सभी को जांच के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने शुक्रवार देर रात आरोपी पादरी के खिलाफ आरपीसी की धारा 376 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। देर  रात तीन बजे कठुआ के जिला अस्पताल में सभी बच्चों का मेडिकल कराया गया। 

उधर, आरोपी पादरी ने सभी आरोपों से इनकार किया है। उसका कहना है, 'मैं काफी समय से यहां रह रहा है लेकिन कभी ऐसा कुछ नहीं हुआ। अब ऐसे आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं, मुझे उसकी जानकारी नहीं है।'