ई-वॉलेट कंपनी पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर को उनके कंप्यूटर से चुराए गए डाटा को लेकर ब्लैकमेल करने के आरोप में उनकी पर्सनल सेक्रेटरी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। विजय शेखर से डाटा के एवज में 10 करोड़ रुपये मांगे गए थे। सोनिया धवन 10 साल से पेटीएम से जुड़ी थीं। उसने कंपनी के एक कर्मचारी और अपने पति रूपक जैन के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया। इस साजिश में चौथा किरदार कोलकाता का रहने वाला रोहित चोमल है। उसी ने विजय शेखर को फोन कर रकम मांगी।

कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट व विजय शेखर के भाई अजय शेखर शर्मा की शिकायत पर नोएडा के थाना सेक्टर 20 में इस मामले में रिपार्ट दर्ज हुई थी। इसमें कहा गया कि कंपनी के कुछ खास कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण डाटा चुरा लिया है और अब उसे सार्वजनिक न करने के एवज में पैसे मांग रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की और सोनिया समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। 

आरोपी सोनिया धवन अपने पति रूपक जैन के साथ

नोएडा पुलिस के मुताबिक, सोनिया ने एक अन्य कर्मचारी देवेंद्र की मदद से सीईओ विजय शेखर के कंप्यूटर से महत्वपूर्ण डेटा चुरा लिया और इसके बाद कोलकाता के रोहित चोमल को सारी जानकारियां दे दीं। रोहित ने ही विजय शेखर को फोन कर डाटा लीक न करने के एवज में 10 करोड़ रुपये मांगे। यहां तक कि पैसे ट्रांसफर करने के लिए एक बैंक एकाउंट भी दिया। 

डाटा के बदले पैसे मांगने वाले रोहित ने एहतियात बरतते हुए पहले थाइलैंड के नंबर से विजय शेखर को फोन किया। इसके बाद व्हॉट्सएप से कॉल की। विजय ने फोन पर हुई बातचीत रिकॉर्ड कर ली और सबूत पुलिस को दे दिए।

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अजय शेखर की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक, सोनिया, उसके पति रूपक और देवेंद्र कुमार ने डाटा चुराने के बाद कोलकाता के रोहित चोमल को ब्लैकमेकिंग का काम दिया। देवेंद्र ने कोलकाता जाकर रोहित को डाटा दिया था।  पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद रोहित को गिरफ्तार किया। इसके बाद पेटीएम में काम करने वाले सोनिया धवन और देवेंद्र तथा सोनिया के प्रॉपर्टी डीलर पति रूपक जैन को गिरफ्तार कर लिया।