देश में पेट्रोल की कीमतें अपने एक साल के निचले स्तर पर पहुंचने वाली हैं। क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछले कुछ दिनों से कच्चे तेल की कीमतें लगातार कम हो रही हैं। जिसका सीधा असर देश की पेट्रोल और डीजल की कीमतों में देखने को मिल रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि अगले आम चुनाव तक सरकार पेट्रोलियम उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी नहीं बढ़ाएगी।

बहरहाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार कच्चे तेल की कीमतें कम हो रही हैं। दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमतें 70.07 रुपए प्रति लीटर है। जबकि एक साल पहले इसी दिन पेट्रोल की कीमत 69.58 के करीब थी। जबकि कुछ महीने पहले पेट्रोल की कीमतें 84 रुपए के उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी थी। रविवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 20 पैसे प्रति लीटर की गिरावट देखने को मिली, वहीं डीजल 18 पैसे कम हुआ। दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमत 70.07 रुपए प्रति लीटर थी जबकि शनिवार को 70.27 रुपए प्रति लीटर थी।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछले कुछ दिनों से कच्चे तेल के दाम लगातार गिर रहे हैं। हाल ही में लीबिया ने भी कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ा दिया है। जिसके कारण बाजार में कच्चे तेल की उपलब्धता बढ़ गयी है। इसके साथ ही भारत ने ईरान से तेल खरीदने का फैसला किया था। अक्टूबर में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 84  डॉलर प्रति बैरल थी जो अब 58  डॉलर प्रति बैरल पर आ गयी है। दो दिन पहले ही सरकार ने माना कि अगर टैक्स और डीलर कमीशन हटा दिया जाए तो पेट्रोल की कीमतें आधी से भी कम रह जाएगी। कुछ ऐसा ही डीजल में भी है।

अगर दिल्ली-एनसीआर में टैक्स और डीलर का कमीशन निकाल दें, तो पेट्रोल सिर्फ 34.04 रुपये प्रति लीटर और डीजल केवल 38.67 रुपये प्रति लीटर पड़ेगा। पेट्रोल पर 96.6 फीसदी टैक्स और कमीशन लगाया जाता है, जबकि डीजल के मामले में यह आंकड़ा 60.3 फीसदी है। इसमें पेट्रोल की इस कीमत में 17.98 रुपए केंद्रीय एक्साइज ड्यूटी, 15.02 रुपए राज्य सरकार का वैट और 3.59 रुपए डीलर का कमीशन शामिल है।