छत्तीसगढ़ में मतदान का समय नजदीक आ रहा है। इसे देखते हुए पीएम मोदी ने जगदलपुर में रैली की। 

प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ की प्रमुख समस्या नक्सलवाद पर अपना भाषण केन्द्रित रखा और नक्सलियों को आश्रय देने के लिए कांग्रेस की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को जवाब देना चाहिए कि जब सरकार शहरी नक्सलियों पर कार्रवाई करती है तो कांग्रेसी उनका बचाव क्यों करते हैं? 

उन्होंने कहा कि जंगलों से दूर शहरों में बैठे ये अमीर शहरी नक्सली रिमोट कंट्रोल से आदिवासियों की जिंदगी को तबाह कर रहे हैं। 

पीएम ने आम जनता से सवाल पूछा कि क्या आप आपकी जिंदगी बर्बाद करने वालों को माफ करेंगे? 

पीएम ने कहा, 'आपने देखना होगा कि जो शहरी माओवादी हैं वे शहरों में रहते हैं, साफ-सुथरे रहते हैं, उनके बच्चे विदेश में पढ़ते हैं लेकिन वहां बैठे-बैठे वे हमारे आदिवासियों के बच्चों को तबाह करते हैं। कांग्रेस के लोग उनका समर्थन करते हैं।' मोदी ने आगे कहा कि जिन बच्चों के हाथों में कलम होनी चाहिए, ये राक्षसी मनोवृत्ति के लोग बंदूक पकड़ा देते हैं। उनकी जिंदगी तबाह कर देते हैं। उन्होंने कहा, 'जो स्कूल में आग लगा दे, वह राक्षसी मनोवृत्ति नहीं तो क्या है?'

पीएम ने पिछले दिनों नक्सली हमले में दूरदर्शन के कैमरामैन की हत्या का भी जिक्र दिया। उन्होंने कहा कि क्या गुनाह था उनका, वह तो आपके सपनों के लिए कंधे पर कैमरा लेकर आए थे लेकिन उन्हें भी मार दिया गया। पीएम ने 2 दिन पहले पांच जवानों की शहादत का भी जिक्र किया। मोदी ने कहा, 'माओवादी निर्दोषों की हत्या करें और कांग्रेस के नेता उन्हें क्रांतिकारी कहें। क्या ऐसी कांग्रेस की जगह हिंदुस्तान में होनी चाहिए?' पीएम ने कांग्रेस पर देश को गुमराह करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि झूठी बातें करने वालों का कोई भविष्य नहीं है। 

पीएम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी दलित, गरीब, वंचित, शोषित लोगों को अपना वोट बैंक का खजाना मानती है, वह उन्हें इंसान मानने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आदिवासियों का मजाक उड़ाती है। कांग्रेस के लोग उनके कपड़े, गाजे-बाजे का मजाक उड़ाते हैं।पूर्वोत्तर भारत की एक घटना का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि आदिवासियों ने मुझे एक बार एक पारंपरिक पगड़ी पहनाई तो कांग्रेस ने उसका मजाक उड़ाया। आदिवासी नाराज हो गए तो कांग्रेस के लोग डर गए। 

पीएम ने कहा कि पहले कांग्रेस वाले घुट्टी पिलाते थे, अब उनके झूठ का जमाना चला गया। प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'पुरानी सरकारों में जो सोच भी नहीं सकते थे, नक्सल इलाकों में हमने विकास की तरफ कदम बढ़ाया।' उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नहीं बल्कि वाजपेयी सरकार ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्री और विभाग बनाया। 

प्रधानमंत्री ने अपने पुराने साथी बलिराम कश्यप को याद करते हुए कहा कि 'उन्होंने मुझे बस्तर में घुमाया था। आज उनकी आत्मा जहां भी होगी, संतुष्ट होगी कि उन्होंने जिसे साथ घुमाया आज वह बस्तर के विकास की सोच रहा है।' 

कांग्रेस पर अटैक करते हुए मोदी ने कहा कि 60 आदिवासियों को गोली मार दी गई थी, कांग्रेस के नेताओं को इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के अधिकारों के लिए आंदोलन चल रहा था लेकिन उनके साथ क्या हुआ ये बस्तर के बच्चे-बच्चे को पता है। उन्होंने कहा कि 12 को मतदान है। लोकतंत्र के लिए बीजेपी को वोट कीजिए क्योंकि हमें शांति की राह पर चलना है। 

पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने इतने समय तक सरकार चलाई पर उन्हें जंगलों की बातें पता नहीं थीं। कांग्रेस सरकार ने बांस को पेड़ की श्रेणी में डाल दिया था। इसके कारण आदिवासी बांस भी नहीं काट सकता था। मोदी ने कहा, 'मैं हैरान था कि जमीन से कटे, महलों में पले-पढ़े, सोने के चम्मच लेकर पैदा हुए कांग्रेस के नेता आदिवासियों को समझ ही नहीं पाए। हमने कानून में बदलाव कर बांस को घास की श्रेणी में डाला।' इससे आदिवासियों की कमाई का रास्ता साफ हो गया। 

पीएम ने कांग्रेस की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि चेहरा किसका था, कारोबार किसका था? पिछली सरकार हमेशा सोचती थी कि छत्तीसगढ़ में विकास रुक जाए, जनता में गुस्सा हो लेकिन बीजेपी किसी की कृपा पर चलने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा हाईकमान कोई एक व्यक्ति नहीं हो सकता, हमारा हाईकमान तो जनता जनार्दन है। पिछले चार वर्षों से हमें मौका मिला तो अपने पूरी ताकत लगा दी। जो काम केंद्र की सरकार के कारण 10 साल में नहीं हो पाया वह काम 4 साल में हो गया। 

मोदी ने कहा कि 10 साल में पहले 20,000 किमी सड़कें बनी थीं, हमारी सरकार जब केंद्र में आई तो 4 साल में 30,000 किमी सड़कें बनीं। उन्होंने पूछा कि आपको काम करने वाली सरकार चाहिए या काम रोकने वाली सरकार? 
4 साल में छत्तीसगढ़ के 9 हजार गांवों को सड़क से जोड़ा गया। 3,000 किमी का नैशनल हाइवे बनाने का काम यहां किया गया। राजधानी रायपुर की तरह सुविधाएं सुदूर इलाकों में भी पहुंची हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर के किसी कोने में अगर दूसरा कोई आ गया तो वह आपके सपनों में दाग लगा देगा। 

मोदी ने कहा, 'मुझे अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों को पूरा करना है। मैं अटल जी के सपनों को जब तक पूरा नहीं करूंगा, चैन से नहीं बैठूंगा।' उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की उम्र 18 साल हो गई है, दिल्ली की सरकार आपके सपनों के लिए काम कर रही है। 

उन्होंने कहा, 'सरकारें पहले भी बनती थीं पर उनकी सोच अपना-पराया, मेरी जाति वाला, मेरा रिश्तेदार, मेरा परिवार, मेरा इलाका... सारा कारोबार उनका इसी के आसपास चलता था। आज भी इन दलों के नेताओं और कार्य एक क्षेत्र की भलाई तक ही सीमित होता है, जिससे उनका कुनबा बढ़ता रहे। हमने अब इसे बदल दिया है। शहर-गांव, मेरा-तेरा, दलित-वंचित, पुरुष-स्त्री, युवा-बुजुर्ग का भेदभाव हमने खत्म किया है। हम एक ही मंत्र लेकर चले हैं- सबका साथ सबका विकास। मेरे तेरे का खेल अब देश स्वीकार करने वाला नहीं है।' 

उन्होंने कहा कि शिशु के जन्म से लेकर बुढ़ापे तक की चिंता हमारी सरकार करती है। 

इससे पहले पीएम ने अपने खास अंदाज में छत्तीसगढ़ स्थानीय भाषा में संबोधन से अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवारों का मंच पर परिचय भी कराया।