रांची- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को लांच कर दिया है। उन्होंने झारखंड की राजधानी रांची से इसकी शुरुआत की। इस योजना के तहत  हर नागरिक को अपने लिए स्वास्थ्य लाभ का मौका मिलेगा। 

 

प्रधानमंत्री ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा, कि इस योजना को केवल 6 महीने में पूरा किया गया है। इतने कम समय में इतनी बड़ी योजना को अमल में लाना अपने आप में बड़ा अजूबा है। उन्होंने इसके लिए आयुष्मान भारत योजना की टीम को बधाई दी। 

पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना के बाद इस टीम के साथ 50 करोड़ लोगों का आशीर्वाद होगा। हम लोगों के स्वास्थ्य के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं। लेकिन अगर कभी आपके जीवन में बीमारी आई तो आयुष्मान भारत आपकी सेवा में मौजूद होगा। उन्होंने कहा कि इस योजना को आज लागू किया गया लेकिन इसकी प्लानिंग पहले से चल रही थी। 

प्रधानमंत्री ने कहा, कि ‘देश के 50 करोड़ से ज्यादा भाई-बहनों को 5 लाख रुपए तक का हेल्थ-एश्योरेंस देने वाली ये दुनिया की सबसे बड़ी योजना है। इस योजना के लाभार्थियों की संख्या पूरे यूरोपियन यूनियन की कुल आबादी के बराबर है’। ‘पूरी दुनिया में कहीं भी सरकारी पैसे से इतनी बड़ी योजना नहीं चल रही है। समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति को, गरीब से भी गरीब को इलाज मिले, स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा मिले, आज इस विजन के साथ बहुत बड़ा कदम उठाया गया है। 

इस योजना के बारे में पीएम मोदी ने इस साल के 72वें स्वतंत्रता दिवस पर ही घोषणा की थी।

सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के मुताबिक, ग्रामीण इलाके के 8.03 करोड़ और शहरी इलाके के 2.33 करोड़ गरीब परिवारों को इससे लाभ होगा।

-आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष इलाज के लिए 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिलेगा।

- देश में 1.5 लाख गांव में हेल्थ और वेलनेस सेंटर खुलेंगे। यहां सिर्फ बीमारी का इलाज ही नही होगा बल्कि यहां पर हेल्थ चेकअप की सुविधा भी मिलेगी।

- यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और सीनियर सिटीजन इंश्योरेंस स्कीम का स्थान लेगी।

-बीमा कवर के लिए उम्र की भी बाध्यता नहीं रहेगी।

-इसमें पहले से मौजूद बीमारियां भी कवर होंगी।

-ये स्कीम कैशलेस होगी और इसमे परिवार के सदस्यों और उम्र का बंधन नहीं होगा।

-योजना में रजिस्टर्ड किसी भी प्राइवेट या सरकारी अस्पताल में इलाज हो सकेगा।

अगर आप जानना चाहते हैं कि इस योजना का फायदा आपको मिलेगा या नहीं, तो इसके लिए सबसे पहले आपको सरकार की वेबसाइट mera.pmjay.gov.in पर लॉग इन करना होगा। लॉग इन करते ही आपको होम पेज पर अपना मोबाइल नंबर दर्ज करने को कहा जाएगा। उसके ठीक नीचे आपको कैप्चा दिखाई देगा, जिसमें दिए गए नंबरों को आपको खाली बॉक्स में भरना होगा। 

उसके बाद 'जेनरेट ओटीपी' ऑप्शन पर क्लिक करिए। वहां क्लिक करते ही आपके मोबाइल पर एक ओटीपी नंबर जाएगा, जिससे वेबसाइट पर जाकर वेरिफाई कर लें। 

अब आपके सामने एक नया पेज खुलकर आएगा, जिसमें आपको अपने राज्य के नाम का चयन करना होगा। इसके बाद आप अपना मोबाइल नंबर या कोई दूसरी उपलब्ध जानकारी डालकर अपने नाम को सर्च कर सकते हैं। 

वेबसाइट पर एक बार आपका नाम रजिस्टर हो जाए, उसके बाद आप अपने राशन कार्ड या मोबाइल नंबर की मदद से ये पता कर सकते हैं कि आपको इस योजना का लाभ मिल रहा है नहीं मिल रहा है। 

हालांकि वेबसाइट पर सिर्फ उन्हीं लोगों का नाम दिखाई देगा, जिन्होंने अपना मोबाइल नंबर या राशन कार्ड नंबर जमा कराया था। दरअसल, हाल ही में इस योजना के लिए एक अभियान चलाया गया था, जिसमें सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना डाटाबेस के आधार पर लोगों से उनका मोबाइल नंबर और राशन कार्ड नंबर मांगा गया था। 

अगर आपका नाम वेबसाइट पर नहीं दिख रहा है तो ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। इसके लिए आपको डाटाबेस में अपना नाम, पिता का नाम, लिंग और राज्य का नाम अंकित करना होगा। इसके बाद सर्च करने पर आपका नाम आ जाएगा, फिर आप 'गेट एसएमएस' ऑप्शन पर क्लिक करें, जिसके बाद आपके पास एक मैसेज जाएगा, जिसमें आपको एक नंबर मिलेगा। उस नंबर को आप संभाल कर रख लें, क्योंकि यह भविष्य में बहुत काम आएगा। 

अगर ये सब करने के बाद भी आपका नाम सर्च करने पर नहीं आ रहा है तो तो आप 'आयुष्मान मित्र' से संपर्क करें और इसके लिए जरूरी दस्तावेज जमा कराएं। इसके बाद आप चेक कर सकते हैं कि आपको इस योजना का लाभ मिलेगा या नहीं।
पिछले 10 साल में मेडिकल का खर्च 300 फीसद बढ़ गया है। देश में मेडिकल का 80 फीसदी खर्च लोग अपनी जेब से उठाते हैं। इस खर्च का बोझ आम आदमी पर न पड़े इसलिए मोदी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना बनाई है।