उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री ने गाजीपुर में मेडिकल कॉलेज की आधारशिला भी रखी और महाराज सुहेलदेव पर एक डाक‍ टिकट जारी किया। इस दौरान उनके साथ उत्‍तर प्रदेश के राज्‍यपाल रामनाईक और मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ भी मौजूद रहे। 

पीएम ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘हमारी सरकार वोट के लिए योजनाएं नहीं बनाती है। हमारी सरकार वोट के लिए घोषणाएं नहीं करती है। फीते काटने की परंपरा को हमने बदला है। 

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में लाखों किसानों को कर्ज माफी का वादा किया था लेकिन सिर्फ 800 किसानों का ही कर्ज माफ हुआ। 'ये कैसा खेल, कैसा धोखा है। कांग्रेस के कर्ज माफी के वादे का क्‍या हुआ। कांग्रेस ने किसानों से कर्जमाफी का झूठा वादा किया। कांग्रेस ने किसानों से कर्जमाफी का झूठा वादा किया। कांग्रेस ने कर्जमाफी की जगह किसानों को झूठ का लॉलीपॉप पकड़ा दिया। लॉलीपॉप पकड़ाने वाली कंपनियों से सतर्क रहें। कांग्रेस के झूठे वादों से सतर्क रहें।'

उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस ने 6 लाख करोड़ रुपए का किसानों का कर्ज माफी का वादा किया था और दिया सिर्फ 60 हज़ार करोड़ रुपये। इतना ही नहीं जब कैग की रिपोर्ट आई तो उसमें से 35 लाख रुपये उन लोगों को मिले जो न किसान थे, न उन पर कर्ज था और न वे कर्ज माफी के हकदार थे।

पीएम ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश में मेरे आज के प्रवास के दौरान, आज पूर्वांचल को देश का एक बड़ा मेडिकल हब बनाने, कृषि से जुड़े शोध का महत्वपूर्ण सेंटर बनाने और यूपी के लघु उद्योगों को मजबूत करने की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि महाराज सुहेलदेव देश के उन वीरों में रहे हैं, जिन्होंने मां-भारती के सम्मान के लिए संघर्ष किया। महाराज सुहेलदेव जैसे नायक जिनसे हर वंचित, हर शोषित, प्रेरणा लेता है, उनका स्मरण भी तो सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को और शक्ति देता है। पीएम मोदी ने कहा कि देश के ऐसे हर वीर-वीरांगनाओं को, जिन्हें पहले की सरकारों ने पूरा मान नहीं दिया, उनको नमन करने का काम हमारी सरकार कर रही है। केंद्र सरकार का दृढ़ निश्चय है कि जिन्होंने भी भारत की रक्षा, सामाजिक जीवन को ऊपर उठाने में योगदान दिया है, उनकी स्मृति को मिटने नहीं दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज बनने से इस क्षेत्र को आधुनिक चिकित्सा सुविधा तो मिलेगी ही, गाजीपुर में नए और मेधावी डॉक्टर भी तैयार होंगे। करीब 250 करोड़ रुपए की लागत से जब ये कॉलेज बनकर तैयार हो जाएगा तो गाजीपुर का जिला अस्पताल 300 बेड का हो जाएगा।