चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग भारत आने वाले हैं। उनकी यात्रा अक्टूबर के महीने में होगी। इस दौरान पीएम मोदी के साथ उनकी अनौपचारिक बातचीत वाराणसी में गंगा के घाट पर होने वाली है।
वाराणसी: अक्टूबर की गुलाबी सर्दी, गंगा का किनारा और अनौपचारिक बातचीत। इतिहास से भी पुरानी नगरी वाराणसी में पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत के दौरान कुछ ऐसा ही माहौल रहेगा।
1. पीएम मोदी की पहल पर जिनपिंग जाएंगे वाराणसी
पीएम मोदी ने इस चीनी राष्ट्रपति से बातचीत करने के लिए इस बार वाराणसी का चुनाव किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी के दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद चीन के साथ भारत की यह पहली अनौपचारिक वार्ता है।
अभी तक मिली खबरों के मुताबिक दोनों नेताओं की यह बातचीत 11 अक्टूबर को हो सकती है।
2. चीन सरकार को बेहद पसंद आया प्रस्ताव
ऐसी खबरें आ रही हैं कि वाराणसी में आयोजित होने वाली इस वार्ता के लिए चीन की सरकार को औपचारिक रुप से कार्यक्रम की जानकारी दी जा चुकी है। बताया जा रही है कि चीन की तरफ से अभी इस प्रस्ताव पर औपचारिक सहमति नहीं दी गई है लेकिन चीनी अधिकारियों को यह प्रस्ताव बेहद पसंद आया है। यह प्रस्ताव चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड में पेश किया गया है।
इस स्थान का चुनाव खुद पीएम मोदी की पहल पर किया गया है। जो कि यह चाहते थे कि वह चीन के राष्ट्रपति को अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा कराएं।
3. शी और मोदी एक दूसरे को करा चुके हैं अपने गृह क्षेत्र का दौरा
• दरअसल साल 2018 के अप्रैल में जब पीएम मोदी चीन के दौरे पर गए थे। तो जिनपिंग उन्हें अपने साथ लेकर चीन के वुहान प्रांत के शीमेन में गए थे। जहां पीएम मोदी ने 27 और 28 अप्रैल को दो दिन बिताए थे।
• चीन में वुहान प्रांत का शीमेन वही स्थान है। जहां से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 30 साल पहले कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता के रुप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी।
• इससे पहले साल 2014 में भी जब नरेन्द्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने थे तो वह जिनपिंग को लेकर अपने साथ अहमदाबाद गए थे। जहां दोनों नेता साबरमती के तट पर साथ में झूले पर भी बैठे थे।
• इसके अगले साल यानी मई 2015 में पीएम मोदी जब चीन गए थे। तो जिनपिंग ने उन्हें अपने गृह राज्य शांशी प्रोविंस की राजधानी शियांग लेकर गए थे।
4. बीच में भी एक बार होगी मोदी और जिनपिंग की मुलाकात
शी जिनपिंग अक्टूबर में भारत का दौरा करने वाले हैं। लेकिन इससे पहले अगले महीने यानी जून की 13 और 14 तारीख को दोनों नेताओं की मुलाकात किर्गिस्तान से बिश्केक में होगी। जहां दोनों नेता शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन यानी एससीओ(SCO) की बैठक के लिए जाएंगे। यहां पर रुस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन भी होंगे।
Last Updated May 29, 2019, 1:29 PM IST