नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पर्सनल ट्विटर अकाउंट एक हैकर ने हैक कर लिया  है। हैकर ने एकाउंट को फिर से शुरू करने के लिए कोविड-19 रिलीफ फंड के लिए डोनेशन की मांग की है।  इसके लिए हैकर ने बिटक्वॉइन की मांग की है। हालांकि इस ट्विट को डिलीट कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक हैकर ने मैसेज के जरिए कोविड-19 रिलीफ फंड के लिए बिटक्वॉइन की मांग की है।

जानकारी के मुताबिक इस  ट्विट को बाद में डिलीट कर दिया गया है। हैकर ने टि्वटर अकाउंट पर पर एक संदेश लिखा है और इसमें लिखा है कि "मैं आप लोगों से अपील करता हूं कि कोविड-19 के लिए बनाए गए पीएम मोदी रिलीफ फंड में डोनेट करें।" इसके साथ ही जो जानकारी सामने आ रही है और हैकर का नाम जॉन विक है और उसने ही साइट को हैक किया है। हालांकि हैकर ने दावा किया है कि उसने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है। हालांकि इसके बाद ये ट्विट डिलीट कर दिए गए हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर्सनल ट्विटर अकाउंट में 25 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं।  इसके साथ ही ट्विटर ने भी इस बात की पुष्टि की है कि पीएम नरेन्द्र मोदी का एकाउंट को हैक कर लिया गया है।

ट्विटर का कहना है कि उन्होंने खाते को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं। जो जानकारी सामने आ रही है कि पेटीएम मॉल का भी डेटा चोरी हुआ है और जॉन विक ग्रुप का ही इसमें नाम सामने आया था। साइबर सिक्योरिटी फर्म साइबल ने तीन दिन  पहले ही दावा किया था कि जॉन विक ग्रुप ने पेटीएम मॉल का डेटा चोरी किया है। इसके लिए दावा किया गया था कि हैकर ग्रुप ने फिरौती की मांग की थी। हालांकि पीटीएम ने इन सभी दावों को खारिज किया है। पेटीएम मॉल यूनीकॉर्न पेटीएम की ई-कॉमर्स कंपनी है वहीं पीटीएम ने कहा कि जांच के दौरान डेटा में सेंधमारी जैसी कोई घटना नहीं हुई थी। कहा जा रहा है कि हैकिंग की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं और वॉरेन बफेट, जेफ बेजॉस, बराक ओबामा, जो बिडेन, बिल गेट्स और एलॉन मस्क समेत कई बड़ी हस्तियों के टि्वटर अकाउंट के साथ हैकिंग की घटनाएं हो चुकी हैं।