पीएम मोदी ने आज पटना के गांधी मैदान में हुई रैली में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष कर कहते हैं कि आओ मिलकर मोदी को खत्म करें और मोदी कहता है- आओ मिलकर आतंकवाद को खत्म करें। उन्होंने कहा कि नया भारत नई नीतियों के साथ आगे बढ़ रहा है। अब अपने जवानों की मौत पर हिंदुस्तान चुप नहीं बैठता है और चुन-चुन कर बदला लेता है। विपक्षी दलों को कठघरे में करते हुए कहा कि जिस वक्त आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई चल रही थी, उसी वक्त 21 विपक्षी पार्टियां निंदा प्रस्ताव पास कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब ने भारतीय मुसलमानों के लिए हज का कोटा बढ़ाया है।

पूरे विश्व में हर साल दो लाख भारतीय मुसलमान हज की यात्रा करेंगे। मोदी ने कहा कि पिछले दिनों जब सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस भारत की यात्रा पर आए थे तो उन्होंने वहां की जेलों में बंद भारतीय कैदियों के बारे में बात की थी तो उन्होंने जेल में बंद 850 भारतीय कैदियों को छोड़ने का फैसला किया था। पुलवामा आंतकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा की गयी कार्यवाही पर उन्होंने कहा कि हमारी सेना जब देश के अंदर और सीमापार आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं तो कुछ लोग ऐसा काम कर रहे हैं, जिससे पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर तालियां बज रही थी। एनडीए के घटक दलों के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका स्वागत किया। वहीं पीएम मोदी के पहुंचने से पहले ही गांधी मैदान पूरी तरह से भर गया था और एनडीए के कार्यकर्ता अबकी बार 400 के पार के नारे लगा रहे थे।

लोकसभा चुनावों की घोषणा से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये रैली अहम मानी जा रही है। इस लोकसभा चुनाव अभियान का बिगुल माना जा रहा है। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित हो रही है और इस रैली को संकल्प रैली का नाम दिया गया है। इस रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार एक साथ करीब दस सालों के बाद मंच पर दिखे। इस रैली में एनडीए के सभी घटक दलों के नेता शामिल हुए हैं। आज पटना के गांधी मैदान में होने वाली रैली के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना पहुंच चुके हैं। जल्द ही उनकी रैली शुरू होगी। इस विजय संकल्प रैली पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।

करीब दस साल बाद पीएम मोदी और नीतीश एक साथ किसी किसी राजनीतिक मंच पर एक साथ नजर आए। दोनों ही दलों ने इस रैली को सफल बनाने के लिए अपनी सभी तरह की तैयारी की है। पटना में गांधी मैदान एनडीए के समर्थकों से भरा हुआ है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पटना में एनडीए की इस रैली में जब दोनों नेता एक सियासी मंच पर दिख रह हैं। इससे पहले यूपीए महागठबंधन ने भी पिछले महीने इसी मैदान पर रैली का आयोजन किया था। हालांकि इसमें उम्मीद के मुताबिक समर्थक नहीं पहुंचे। लेकिन पटना में आज रैली से पहले ही मैदान पूरी तरह से भरा नजर आने लगा है।

असल में पीएम मोदी और नीतीश कुमार दोनों हाल के वर्षों में कई बार सरकारी और धार्मिक कार्यक्रमों में मंच साझा कर चुके हैं। लेकिन खुलेतौर पर किसी भी मंच को साझा नहीं किया ह। भाजपा के साथ जेडीयू की नई दोस्ती के बाद यह पहला मौका होगा जब पीएम मोदी और नीतीश किसी सियासी रैली में एक साथ नजर आएंगे। बिहार में एनडीए के घटक दलों में सीटों का बंटवारा हो चुका है। इसमें राम विलास पासवान की पार्टी लोकजनशक्ति पार्टी भी है। हालांकि कुछ महीने पहले एनडीए के एक घटक दल रालोसपा ने एनडीए से नाता तोड़कर यूपीए का दाम थाम लिया था।

लेकिन इसके बाद रालोसपा में टूट हो गयी थी और पार्टी की बिहार ईकाई एनडीए के साथ है। उधर इस संकल्प रैली को लेकर न केवल कार्यक्रम स्थल बल्कि पूरी राजधानी की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है। रैली में सुरक्षा के लिए पुलिस के 4,000 जवान तैनात रहेंगे। इसके अलावा स्थानीय रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड, अस्पताल और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।