नई दिल्ली।  भारत का भगोड़ा और विवादित मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाइक की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से नाइक के बारे में बातचीत हुई। पीएम मोदी ने जाकिर नाइक के भारत प्रत्यर्पण पर बात की। फिलहाल दोनों देशों के बीच ये तय हुआ है कि इस मामले में दोनों देशों के अधिकारी बातचीत करते रहेंगे। लेकिन ये नाइक के लिए बड़ा झटका है।

असल में अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले कट्टरपंथी मुस्लिम धर्म गुरू जाहिर नाइक को भारत वापस लाने के लिए मलेशिया की सरकार पर पर भारत दबाव बना रहा है। लेकिन अभी तक मलेशिया की सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है। हालांकि पिछले दिनों मलेशिया के पीएम ने साफ कहा था कि अगर नाइक के बयान उनकी देश की अखंडता को प्रभावित करते हैं तो वह उसने कहीं और जगह जाने को कहेंगे।

पिछले दिनों ही नाइक ने मलेशिया में रहे अल्पसंख्यकों खासतौर पर हिंदूओं के खिलाफ बयान दिया था। जिसमें उनसे कहा था कि मलेशिया में हिंदूओं की स्थिति भारत में रह रहे अल्पसंख्यकों से सौ गुना बेहतर है। जिसके बाद उसका मलेशिया में विरोध शुरू हो गया था। इसके बाद मलेशिया के पांच राज्यों में नाइक पर प्रतिबंध लगा दिया था और वहां के गृह मंत्रालय ने उसे तलब भी किया था। हालांकि बाद में उसने माफी मांग ली थी। 

फिलहाल अब पीएम मोदी की मलेशिया के पीएम से मुलाकात के बाद नाइक की मुश्किलें तेजी से बढ़ गई हैं। भारत के रूख को देखते हुए कभी मलेशिया उसके भारत प्रत्यर्पण पर फैसला कर सकता है। पीएम मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से द्विपक्षीय वार्ता के दौरान जाकिर नाइक का मुद्दा उठाया।

असल में 2016 में जाकिर नाइक भारत से भागकर मलेशिया चला गया था और मलेशिया की सरकार ने उसे वहां की नागरिकता भी दे दी थी। नाइक पर आतंकी गतिविधि में शामिल होने के लिए युवाओं को भड़काने का आरोप है और वह वह भारत सरकार के भारत में वांटेड अपराधियों में शामिल है।