नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर निशाना साधा रही हैं। जबकि सुबह की ममता बनर्जी ने एयरपोर्ट जाकर पीएम मोदी का स्वागत किया।  पीएम मोदी बंगाल चक्रवात अम्फान से हुए नुकसान का जाएजा  लेने के लिए पश्चिम बंगाल के दौरे पर थे। पीएम मोदी ने ममता बनर्जी के साथ उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद राज्य आपदा प्रभावित जिलों के लिए राहत और पुनर्वास के लिए 1000 करोड़ रुपये की अग्रिम सहायता निधि की घोषणा की। जबकि ममता बनर्जी एक लाख करोड़ का मदद चाहती थी। जिसके बाद ममता बनर्जी नाराज चल रही हैं।

असल में चक्रवात के कारण राज्य के कुछ जिलों की स्थिति खराब है।  लिहाजा पीएम मोदी ने कल ही राज्य का दौरा करने की बात कही थी।  राज्य में अभी तक करीब 80 लोगों की जान चक्रवात के कारण चली गई है।  वहीं पीएम मोदी ने कहा कि भारत सरकार राज्य सरकार और प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेगी। इसके लिए पीएम मोदी ने राज्य के  1,000 करोड़ रुपये की अग्रिम सहायता राशि जारी करने की घोषणा की। वहीं प्रधानमंत्री के कोलकाता हवाई अड्डे पर पहुंचने से पहले ममता बनर्जी ने कहा कि हमने कल शाम को सुना कि वह (पीएम नरेन्द्र मोदी) आने वाले हैं। कभी-कभी हमें राजनीति से हटकर संवैधानिक दायित्वों को निभाना  पड़ता है और हमें उस रिश्ते को बनाए रखना होगा। हमें संघीय ढांचे का पालन करना होगा।

राज्य के हालत का जाएजा लेने के बाद पीएम मोदी ने राज्य में चक्रवात के कारण मरे लोगों के लिए 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर की।  जबकि प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष से घायल लोगों को 50,000 रुपये की सहायता देने का वादा किया। प्रधानमंत्री पहली बार राज्य की सीएम बनर्जी के साथ हवाई सर्वेक्षण किया है और उत्तर 24 परगना के बशीरहाट में अफसरों के साथ बैठक की। मोदी ने नुकसान की रिपोर्ट मांगी और कहा कि केंद्रीय दल नुकसान के आकलन के लिए बंगाल का दौरा करेंगे।

पीएम मोदी के साथ समीक्षा बैठक के बाद सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल को 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने (पीएम) ने आपातकालीन कोष से 1000 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह अग्रिम होगा या पैकेज। गौरतलब है कि राज्य के उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में चक्रवात के कारण बड़े पैमाने पर सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।