प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के ऐटा में चुनावी रैली के दौरान दावा किया कि जातीय समीकरण के आधार पर प्रदेश में हुई बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी की दोस्ती ठीक उसी तरह टूट जाएगी जैसे राज्य के विधानसभा चुनावों के बाद हुआ था। 

सपा और बसपा के महागठबंधन पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि इस दोस्ती के टूटने की तारीख तय है और इस दोस्ती की अंतिम तारीख 23 मई है. गौरतलब है कि देश में आम चुनावों के मतगणना का काम 23 मई को हो रहा है इसी दिन के अंत तक देश के सामने नई लोकसभा के आंकड़े आएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से कहा कि सपा के शासन के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति पूरे देश में चर्चा का विषय बनी थी। समाजवादी पार्टी के गुंडों ने गरीब और दलितों की जमीन—घर को कब्जा करने का जो अभियान चलाया था, उसने ना जाने कितने लोगों का जीवन बर्बाद कर दिया।

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मोदी ने एटा की इसी रैली में कहा कि उत्तर प्रदेश को जात-पात में तोड़कर अपनी राजनीति चमकाने वाले ये भूल गए कि जब बात भारत की आती है तो समाज को बांटने वाली सारी ताकतों को उत्तर प्रदेश मुंहतोड़ जवाब देता है।

मोदी ने दावा किया कि मौजूदा आम चुनाव एक मजबूत देश बनाने वालों और एक कमजोर सरकार का सपना दिखाने वालों के बीच है. लिहाजा, इस महामिलावट के गठबंधन को 23 मई को साफ हो जाएगा कि उनकी लोगों को जात-पात और धर्म में बांटने की कवायद पूरी तरह विफल हो चुकी है और उन्हें जनता अपना फैसला सुना देगी. लिहाजा महागठबंधन का 23 मई के नतीजों के बाद कोई औचित्य नहीं रह जाएगा.