उज्जवला योजना के तहत देश के दूरदराज के इलाकों में बसे आम लोगों तक गैस चूल्हों की पहुंच तो हो गई है। लेकिन उनके पास गैस पहुंचाना पेट्रोलियम कंपनियों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए मोदी सरकार एक नई योजना लेकर आई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में नगर गैस परियोजना का शिलान्यास किया है।
पेट्रोलियम एंड नैचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड (पीएनजीआरबी) अब देश के 26 राज्यों में रहने वाले लोगों तक आसानी से गैस पहुंचा पाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश भर के 129 जिलों में नगर गैस वितरण यानी सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) प्रोजेक्ट शुरुआत कर दी है। देश के 19 राज्यों में सीजीडी के लिए हाल में संपन्न 9वें बिडिंग राउंड में इस परियोजना को आवंटित किया गया है। इसके अलावा देश के 14 राज्यों के 124 जिलों में 50 नए जियोग्रैफिकल क्षेत्रों के लिए 10वें सीजीडी बिडिंग राउंड को भी लॉन्च किया जाएगा।
भविष्य के भारत के लिए, किस तरह आज के भारत में बड़े संकल्प लेकर कार्यों को सिद्ध किया जा रहा है, आज हम सभी उसके गवाह बने हैं।
— PMO India (@PMOIndia) November 22, 2018
अब से कुछ देर पहले देश के 129 जिलों में City Gas Distribution नेटवर्क स्थापित करने के कार्यों की शुरुआत हुई है: PM
प्रधानमंत्री की इस परियोजना के फायदे कुछ इस प्रकार होंगे।
इस परियोजना की वजह से देश के दूरदराज के इलाकों में भी घर-घर गैस पाइपलाइन से पहुंचेगी। जिससे सभी को बिना रुकावट के गैस मिल पाएगी। गैस खत्म होने के बाद सिलेंडर लाने ले जाने का झंझट खत्म हो जाएगा।
गैस पाइपलाइन सिलेंडर से ज्यादा सुरक्षित भी होती है। इसकी वजह से सिंलेंडर फटने जैसे हादसों में कमी आएगी।
इस परियोजना से रोजगार के लाखों नए अवसर पैदा होंगे। छोटे-छोटे शहरों में पाइप बिछाने, रिपेयर करने वाले लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
इस नई परियोजना से प्रदूषण भी कम होगा। क्योंकि जो सीएनजी अभी तक बड़े शहरों में ही उपलब्ध थी। वह अब दूरदराज के छोटे जिलों में भी मिलेगी। इससे डीजल और पेट्रोल गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण पर लगाम लगेगी।
10वीं Bidding के बाद शुरू हुए कार्य जब पूर्णता की तरफ बढ़ेंगे, तो देश के 400 से ज्यादा जिले City Gas Distribution नेटवर्क के दायरे में आ जाएंगे।
— PMO India (@PMOIndia) November 22, 2018
मुझे बताया गया है कि देश की करीब-करीब 70 प्रतिशत आबादी को ये सुविधा मिलने का मार्ग खुल जाएगा: PM
2014 तक देश के 66 जिले ही City Gas Distribution नेटवर्क के दायरे में थे।
— PMO India (@PMOIndia) November 22, 2018
आज देश के 174 जिलों में सिटी गैस का काम चल रहा है।
अगले 2-3 वर्षों में 400 से ज्यादा जिलों तक इसकी पहुंच होगी।
हमारे शहरों ने Gas Based Economy की तरफ कैसे मजबूत कदम उठाया है, ये उसकी भव्य तस्वीर है: PM
आईए जानते हैं कि 26 राज्यों के किन किन शहरों का चयन इस परियोजना के लिए किया गया है-
• उत्तर प्रदेश- बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, इलाहाबाद, भदोही, कौशांबी, अमेठी, प्रतापगढ़, रायबरेली, बरेली, अरौया, कानपुर देहात, इटावा, फैजाबाद, सुल्तानपुर, गोरखपुर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, मुरादाबाद, उन्नाव
• बिहार- औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास, बेगुसराय, गया और नालंदा
• गुजरात- सुंदरनगर, बरवाला, रामपुर तालुका, नवसारी, सूरत, तापी, डांग, जूनागढ़, खेडा, मोरबी, मशीसागर, नर्मदा (राजपिपला), पोरबंदर
• हरियाणा- पंचकुला, सिरमौर, भिवंडी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, हिसार, सोनीपत, जिंद, नूह, पलवल
• असम- काचर, हैलकांडी और करीमगंज
• झारखंड- बोकारो, हजारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह, धनबाद
• मध्य प्रदेश- भोपाल, राजगढ़, गुना, रीवा, सतना, शहडोल
• राजस्थान- बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, अलवर, जयपुर, कोटा, चित्तौरगढ़ (सिर्फ रावतभाटा तालुका), भिलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़ (रावतभाटा से अलग), उदयपुर, धौलपुर
• दमन और दीव (UT) और गुजरात- दीव, गिर सोमनाथ
• हिमाचल प्रदेश- शिमाल, सोलन, बिलासपुर, हमीरपुर, उना
• कर्नाटक- चित्रदुर्ग, देवांगिरी, उडुपी, बिल्लारी, गदाग, बिडर, दक्षिण कन्नड, रामानगर
• केरल और पुडुच्चेरी (UT)- कोच्चिकोड, वेयनाद, मलाप्पुरम, कन्नौर, कसारगोड, मही, पलाक्कड, त्रिशूर
• महाराष्ट्र- अहमदनगर, औरंगाबाद, वसलाड, धूले, नासिक, लातूर, उस्मानाबाद, सांगली, सतारा, सिंधुदुर्ग
• ओडिशा- अंगुल, धेकनाल, सुंदरगढ़, झारसुगुडा, बालसोर, भडरक, मयूरभंज, बारगढ़, देवगढ़, संभलपुर, गनजम, नयागढ़, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपारा, जाजपुर, केंदुझर
• पुडुच्चेरी (UT)- कराईकला और नागपत्तिनम, पुडुच्चेरी
• पंजाब- एसएएस नगर, पटियाला, संगरूर
• तमिलनाडु- कांचीपुरम, चेन्नेई, तिरूवल्लुर, कोयंबटूर, कुड्डालोर, नगापटिनम, तिरूवरूर, रामनाथपुरम, सलेम, तिरूप्पुर
• तेलंगाना- भडराडरी, कोथागुडेम, खम्मम, जगतिला, पेड्डापल्ले, करीमनगर एंड राजन्ना, सिरसिल्ला, जनगांव, जयाशंकर, बूपालपल्ली, महबूबाबाद, वरांगल अर्बन एंड वारंगल रूरल, मेडक, सिड्डिपेट, संगारेड्डी, मेडचल रंगारेड्डी, विक्राबाद, नलगोंडा, सूर्यापेट, यदादरी भुवानागिरी
• त्रिपुरा- गोमती, पश्चिम त्रिपुरा
• उत्तराखंड- देहरादून
• पश्चिम बंगाल- बर्धमान
India is committed to move towards cleaner fuel. Here is how. https://t.co/GyE1SaUSKm
— Narendra Modi (@narendramodi) November 22, 2018
Last Updated Nov 22, 2018, 6:10 PM IST