इंस्पेक्टर तुलसी राम पांडेय ने अपने सरल और सौम्य स्वाभाव की वजह से उन्होने लोगों के दिलों में जगह बना ली थी। गरीबों की मदद की करना उनकी आदत में शुमार था। इसके साथ ही इलाके के कई गरीब बच्चों का वे खाना, कपड़ा और स्कूल की फीस का इंतजाम करते थे। गुरुवार को उन्हें अपने नए तैनाती स्थल रसूलाबाद थाने में जाना था। ऐसे में इलाके के लोगों ने उन्हें ऐतिहासिक विदाई देने का निर्णय लिया।
कानपुर. अपनी करतूतों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाली खाकी का कानपुर में गुरुवार को एक अलग ही चेहरा देखने को मिला। यहां मंगलपुर थाने में तैनात इंस्पेक्टर तुलसी राम पांडेय को इलाके की जनता ने गुरुवार को ऐतिहासिक विदाई दी। ग्रामीणों ने इंस्पेक्टर को एक दुल्हे की तरह बग्घी पर बैठाया और बैंड बाजे के साथ नाचते गाते हुए उन्हें विदा किया। उनके पीछे पीछे तमाम गाड़ियों का काफिला चल रहा था। इस दौरान तमाम लोगों की आंखें नम हो गईं।
कानपुर में 15 थानाध्यक्षों का गत दिनों ट्रांसफर किया गया था। इनमें मंगलपुर थाने में तैनात इंस्पेक्टर तुलसी राम पांडेय भी शामिल थे। उन्होंने एक साल पहले यहां का चार्ज संभाला था। एक सप्ताह पहले उनका ट्रांसफर हो गया। अपने सरल और सौम्य स्वाभाव की वजह से उन्होने लोगों के दिलों में जगह बना ली थी। गरीबों की मदद की करना उनकी आदत में शुमार था। इसके साथ ही इलाके के कई गरीब बच्चों का वे खाना, कपड़ा और स्कूल की फीस का इंतजाम करते थे। गुरुवार को उन्हें अपने नए तैनाती स्थल रसूलाबाद थाने में जाना था। ऐसे में इलाके के लोगों ने उन्हें ऐतिहासिक विदाई देने का निर्णय लिया।
गुरुवार को बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे उनसे मिलने के लिए पहुंच गए। कई गांव के लोग फूल माला लेकर उनके विदाई में शमिल हुए। स्थानीय लोगों ने उन्हे बग्घी में दुल्हे की तरह बैठाकर बैंड बाजे साथ नाचते गाते विदाई दी। उनकी बग्घी के पीछे सैकड़ो गाड़ियों का काफिला था। इसके साथ ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
Last Updated Jul 12, 2019, 5:19 PM IST