पटना। राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बिहार में पोस्टर लगने शुरू हो गए हैं।  राज्य सत्तापक्षा हो या फिर विरोध सभी अपने पोस्टरों के जरिए जनता को लुभाने की कोशिश में लग हुए हैं। राज्य में पिछले दिन राजद के पोस्टर में सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर थी  और इसमें न तो पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव थे  और न ही कांग्रेस के नेता राहुल गांधी।  वहीं अब एनडीए के पोस्टर में से राज्य में लोकजनशक्ति के नेता गायब है। जबकि इसमें पीएम मोदी के साथ ही जदू नेता और राज्य के सीएम नीतीश कुमार की तस्वीर है।

असल में कोसी महासेतु के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने राज्य के सीएम नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की थी। इसके बाद राज्य की राजधानी में नीतीश कुमार की तस्वीर लगे पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में नीतीश कुमार के साथ ही पीएम नरेन्द्र मोदी की तस्वीर है।  पीएम मोदी ने पिछले दिनों कहा था कि अगर नीतीश जी जैसे सहयोगी तो सबकुछ संभव हो सकता है। इसके बाद पटना की सड़कों पर पीएम के इसी तारीफ भरे शब्दों के साथ नए पोस्टर लगे हैं।  वहीं राज्य में पिछले दिनों राजद की तरफ से भी पोस्टर लगाए गए थे। जिसमें सिर्फ राजद नेता और राज्य  में पार्टी के सीएम का चेहरा तेजस्वी यादव ही थे।  जबकि लालू यादव पार्टी अध्यक्ष हैं।

उसमें उनकी तस्वीर नहीं थी। जिसके बाद तेजस्वी यादव सत्तापक्ष और अपने विरोधियों का निशाना बन गए थे। फिलहाल राज्य में चुनावी गहमागहमी के बीच एक बार फिर से पोस्टर के जरिए राजनीति का सिलसिला शुरू हो गया है। राज्य में सत्ताधारी जदयू ने पोस्टर के जरिए लालू परिवार पर निशाना साध। पोस्टर में लिखा गया था कि  एक परिवार, जो बिहार पर है भार। इस पोस्टर में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को जेल में दिखाया गया था और उस पर सजायाफ्ता और कैदी नंबर 3351 लिखा गया है। इस पोस्टर के जरिए लालू के परिवार को दिखाया गया था।