प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आसियान-इंडिया समिट में हिस्सा लेने के लिए सिंगापुर पहुंचे हैं। यहां पर प्रधानमंत्री ने फिनटेक फेस्टिवल में भाषण भी दिया। वर्ष 2016 में शुरू हुए फिनटेक फेस्टिवल को संबोधित करने वाले मोदी विश्व स्तर के पहले नेता हैं। प्रधानमंत्री मंगलवार देर रात को ही सिंगापुर रवाना हुए थे, सिंगापुर पहुंच कर उनका वहां जोरदार स्वागत हुआ।

फिनटेक फेस्टिवल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के युवाओं ने आज दुनिया को अपनी तकनीक की शक्ति दिखाई है, ये इवेंट इसी शक्ति को दिखाता है। मैं अपने देश का पहला प्रधानमंत्री हूं, जिसे यहां की-नोट भाषण देने का मौका मिला है। यहां से ही हमने रूपे कार्ड की शुरुआत की थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सिंगापुर में फिनटेक फेस्टिवल में भारत को निवेश के लिए पसंदीदा जगह बताया। उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेश 1.3 अरब भारतीयों के लिये हकीकत बन गया है।

मोदी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘वित्तीय समावेश 1.3 अरब भारतीयों के लिये हकीकत बन गया है। हमने कुछ ही वर्षों में 1.2 अरब से अधिक बायोमीट्रिक पहचान- आधार या फाउंडेशन बनाए हैं।
उन्होंने कहा कि आधार और सेलफोन के जरिए उनकी सरकार ने जन-धन योजना शुरू की और तीन वर्ष के भीतर 33 करोड़ नए बैंक खाते खोले।

 

पीएम मोदी ने कहा, ‘‘ये पहचान, गरिमा और अवसरों के 33 करोड़ स्रोत हैं। भारत में 2014 में 50 प्रतिशत से कम लोगों के बैंक खाते थे। यह अब सर्वव्यापी के करीब है। इसलिये आज, एक अरब से अधिक बॉयोमीट्रिक पहचान, एक अरब से अधिक बैंक खाते और एक अरब से अधिक सेलफोन भारत को दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा सार्वजनिक आधारभूत ढांचा प्रदान करते हैं।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रौद्योगिकी द्वारा लाए गए एक ऐतिहासिक परिवर्तन के युग में हैं। डेस्कटॉप से क्लाउड, इंटरनेट से सोशल मीडिया, आईटी सेवाओं से इंटरनेट ऑफ थिंग्स तक हमने कम समय में काफी लंबी दूरी तय की है।’’

गौरतलब है कि, सिंगापुर फिनटेक फेस्टिवल (एसएफएफ) पहले से ही वित्तीय प्रौद्योगिकी- या फिनटेक पर दुनिया का सबसे बड़ा कार्यक्रम है। 2017 में इसमें 100 से अधिक देशों के तकरीबन 30,000 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था।

एसएफएफ में तीन दिवसीय सम्मेलन और फिनटेक कंपनियों तथा उनकी क्षमताओं की प्रदर्शनी, फिनटेक समाधान की वैश्विक प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया जाएगा।