2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने पहली बार अयोध्या में रैली की। गौरीगंज के मया बाजार में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। पीएम ने कहा कि अयोध्या और फैजाबाद में हुए धमाकों को हम कैसे भूल सकते हैं। उन्होंने कहा, यह नया हिंदुस्तान है, घर में घुसकर मारेगा। नया भारत छेड़ता नहीं है, लेकिन अगर किसी ने छेड़ा तो छोड़ता भी नहीं है। पीएम ने अपने भाषण के अंत में जय श्री राम के नारे लगाए।

पीएम ने कहा, 'श्रीलंका में क्या हुआ, कुछ ऐसी ही स्थिति 2014 से पहले भारत में भी थी। अयोध्या और फैजाबाद में कैसे-कैसे बम धमाके हुए, कोई इसे भूल सकता है क्या? वे दिन कैसे भूल सकते हैं जब देश में कहीं न कहीं बम धमाके होते थे। पिछले पांच साल में बम धमाकों की खबरें आनी बंद हुई हैं। हमारे पड़ोस में आतंक की फैक्ट्री चल रही है। ये आतंकी देश में एक कमजोर सरकार के इंतजार में हैं। ये मौके की ताक में बैठे हैं। जैसे सड़कों पर लिखा रहता है- सावधानी हटी, दुर्घटना घटी। ये आतंकवाद का खेल भी ऐसा है। सावधानी हटी नहीं, मौत का बुलावा आया नहीं। सपा, बसपा या कांग्रेस... इनकी आतंक पर नरमी का पुराना रिकॉर्ड रहा है। सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों को पकड़ती थी, ये वोट के लिए उन्हें छोड़ देते थे। आज ये सभी महामिलावटी फिर से केंद्र में एक मजबूर सरकार बनाने के चक्कर में हैं।'

सांस्कृति विरासत का किया जिक्र

पीएम ने कहा, 'योग, हमारी संस्कृति का सदियों से हिस्सा है। लेकिन पूरी दुनिया 21 जून को योग दिवस मनाए, ये काम हमारी सरकार ने किया है। कुंभ भी हजारों साल से होता आ रहा है। लेकिन जो दिव्यता और भव्यता इस बार प्रयागराज में दिखी वो अभूतपूर्व है। अयोध्या में दीप तो हजारों वर्षों से जलते आए हैं, लेकिन अब जो दीपावली मनाई जाती है, वो दुनियाभर में चर्चा का विषय बनती है। जब ASEAN समिट के दौरान, वहां से आए कलाकार अपने-अपने देशों में प्रचलित रामायण के अंश प्रस्तुत करते हैं, तो सबकी नजर जाती है। देश में अभी स्वदेश दर्शन नाम से एक व्यापक कार्यक्रम चल रहा है। जिसके अंतर्गत देश में रामायण सर्किट, कृष्ण सर्किट, बौद्ध सर्किट सहित 15 सर्किटों पर काम चल रहा है। रामायण सर्किट के तहत अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक, सभी स्थानों को विकसित किया जा रहा है।'

आपको देखकर बढ़ जाता है एसपी-बीएसपी का बीपी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'कोई गरीब अपने बच्चे को गरीब नहीं देखना चाहता, कोई चायवाला ये नहीं सोचता कि उसका बच्चा बड़ा होकर चायवाला बने। हर गरीब आगे बढ़ना चाहता है, मजदूर आगे बढ़ना चाहता है। उसे जरूरत होती है एक संबल की, पहली बार देश में किसी सरकार ने गरीबों और श्रमिकों के बारे में सोचा है। हमने उनकी परवाह की है, उनका जीवन आसान बनाने के लिए काम किया है।' 

पीएम मोदी के भाषण के दौरान समर्थकों ने जमकर 'मोदी-मोदी' के नारे लगाए। इसपर उन्होंने गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा, 'आप इतना प्यार दिखाते है और उधर एसपी-बीएसपी वालों का बीपी बढ़ जाता है और फिर चिल्लाएंगे कि मोदी का डॉक्टर नहीं आया।'