ममता बनर्जी के पत्थर के रसगुल्ले खिलाने वाले बयान पर भी पलटवार किया। मोदी बोले, दीदी बंगाल की मिट्टी-पत्थरों से बना रसगुल्ला खिलाना चाहती हैं। बंगाल की मिट्टी का रसगुल्ला मतलब, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, चैतन्य महाप्रभु, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे महापुरुषों की पैरों की धूल। यह मेरा सौभाग्य होगा। 

बंगाल की सियासी लड़ाई तीखी होती जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अब तक का सबसे तीखा हमला बोला है। श्रीरामपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ममता बनर्जी की जमीन खिसक चुकी है। 23 मई के बाद उनके विधायक टीएमसी का साथ छोड़ देंगे। 

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पीएम मोदी लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'दीदी आपकी जमीन खिसक चुकी है और देख लेना 23 मई को जब नतीजे आएंगे तो आपके विधायक भी आपको छोड़कर भाग जाएंगे। आज भी आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं।'

प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी पर राज्य के लोगों के साथ विश्वासघात करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, दीदी आपने विश्वासघात किया है, आज जो पश्चिम बंगाल में गुस्सा है वो आपके विश्वासघात का है। इस विश्वासघात की कीमत यहां का नौजवान वसूल कर रहेगा।

ममता बनर्जी के पीएम मोदी को पत्थर के रसगुल्ले खिलाने वाले बयान पर भी पीएम मोदी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, दीदी ने घोषणा की है अब वो मुझे बंगाल की मिट्टी-पत्थरों से बना रसगुल्ला खिलाना चाहती हैं। यह मेरा सौभाग्य होगा। पीएम ने कहा, बंगाल की मिट्टी का रसगुल्ला मतलब, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, चैतन्य महाप्रभु, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे महापुरुषों की पैरों की धूल। यह सम्मान की बात होगी। 

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पीएम ने कहा, महापुरुषों के पैरों की धूल, वो माटी जिन पर उनके पैर पड़े, वो माटी जिन्होंने देश को बनाने वाले ऐसे महान व्यक्तित्वों को बनाया, मुझे अब उस माटी का प्रसाद मिलेगा तो मेरा जीवन धन्य हो जाएगा। 

पीएम मोदी ने लोगों से कहा कि उनका वोट सीधे मेरे खाते में जाएगा। उन्होंने कहा, जब आप कमल के फूल का बटन दबाएंगे तब, आतंकवादियों की नींद हराम हो जाएगी। भ्रष्टाचारी कांपने लग जाएंगे। दुनिया में देश का जयकारा बढ़ जाएगा। आपका एक-एक वोट सीधा मोदी के खाते में जाएगा।

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पीएम ने कहा, जनता की आंखों में एक ही सपना दिख रहा है। जनता के जिगर में एक ही संकल्प है और वो है - 'चुपे-चाप कमल छाप, चुपे-चाप कमल छाप। बूथ बूथ से टीएमसी साफ, बूथ बूथ से टीएमसी साफ।' उन्होंने कहा, इस बार यहां पश्चिम बंगाल में तो दीदी सारी सीमाएं पार करने में लगी हैं । टीएमसी के गुंडे लोगों को वोट डालने से रोकने की जी-जान से कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं पर हमले कर रहे हैं। लेकिन यहां की जनता गांव-गांव में जनता मतदान केंद्र पर पहुंच रही है।