पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो भी पोस्ट किया गया है, जिसमें वह बच्चों को खाना परोस रहे हैं। इस दौरान यूपी के राज्यपाल राम नाइक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वृंदावन के चक्रोदय मंदिर में अक्षयपात्र फाउंडेशन के एक कार्यक्रम के दौरान गरीब स्कूली बच्चों को खाना परोसा। यह कार्यक्रम इसलिए खास रहा क्योंकि पीएम ने यहां स्कूली बच्चों को खाना खिलाते हुए 300 करोड़वीं थाली में खाना परोसा। पीएम ने इसके बाद एक जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो भी पोस्ट किया गया है, जिसमें वह बच्चों को खाना परोस रहे हैं। इस दौरान यूपी के राज्यपाल राम नाइक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने यहां पर इस्कॉन के आचार्य स्वामी प्रभुपाद को पुष्पांजलि भी अर्पित की। अक्षयपात्र फाउंडेशन एक एनजीओ है जो सरकारी स्कूलों में चलने वाली मिड-डे मील योजना में सरकार के साथ काम करता है। इसकी स्थापना वर्ष 2000 में हुई थी। यह फाउंडेशन 12 राज्यों के 14702 स्कूलों में 10 लाख 60 हजार बच्चों को खाना उपलब्ध कराता है। 2016 में अक्षयपात्र फाउंडेशन ने तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की उपस्थिति में 200 करोड़वीं थाली खिलाई थी। 24 अक्टूबर, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान अक्षयपात्र फाउंडेशन का जिक्र किया था।
इस दौरान पीएम ने एक जनसभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘अब बदली परिस्थितियों में पोषकता के साथ, पर्याप्त और अच्छी गुणवत्ता वाला भोजन बच्चों को मिले, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। इस काम में अक्षयपात्र से जुड़े आप सभी लोग, खाना बनाने वालों से लेकर खाना पहुंचाने और परोसने वालों तक, काम में जुटे सभी व्यक्ति देश की मदद कर रहे हैं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने गाय को भारत की परंपरा और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने गौ और गौवंश के स्वास्थ्य में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, ‘हम गऊ माता का ऋण नहीं चुका सकते। गाय भारत की परंपरा और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।’
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार ने गौ और गौवंश के स्वास्थ्य में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं तथा राष्ट्रीय गोकुल मिशन की शुरुआत भी की है। मोदी ने कहा कि केंद्रीय बजट में उनकी सरकार ने 'राष्ट्रीय कामधेनु आयोग' स्थापित करने के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन भी किया है।