प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जबरदस्त हमला किया। उन्होंने कहा कि चुनावी साल में बेसिर पैर की बातें करना विपक्ष की मजबूरी है। 

लोकसभा में भाषण देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बन रहे महागठबंधन को 'महामिलावट' बताया।  प्रधानमंत्री ने कहा कि 'महामिलावट' वाले संसद में पहुंचने वाले नहीं हैं। 'मोदी पर उंगली उठाने से पहले कांग्रेस को पता होना चाहिए कि जब वो मोदी पर उंगली उठाते हैं, तो बाकी की चार उंगली उनकी तरफ होती है।'

पीएम मोदी ने कहा कि देश में कांग्रेस ने आपातकाल थोपा, लेकिन कहते हैं मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है। सेनाध्यक्ष को गुंडा कांग्रेस ने कहती है, और कहते हैं मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है। 
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि केवल ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री में ही सवा करोड़ लोगों को नए अवसर मिले, टूरिज्म सेक्टर में ही करीब डेढ़ करोड़ रोजगार के अवसर मिले। 
नेशनल पेंशन स्कीम में 1 करोड़ 20 लाख लोग जुड़े, 64 फीसदी लोग 28 साल से कम उम्र के हैं। 
15 महीने में 1 करोड़ 80 लाख लोगों ने ईपीएफ का पैसा कटवाना शुरू किया, इसमें 54 फीसदी लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 28 साल से कम है। 
असंगठित क्षेत्र में 80 से 90 फीसदी नौकरियां मिलती हैं जबकि संगठित क्षेत्र में 10 फीसदी रोजगार मिलता है। 
पीएम ने कहा कि एससी-एसटी, ओबीसी आरक्षण को हाथ लगाए बिना हमने आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को 10 फीसदी आरक्षण दिया है, इसके लिए सभी लोगों ने सहयोग दिया मैं उन्हें धन्यवाद दिया। 
गरीबी के चलते लोग गंभीर बीमारी के चलते अस्पताल तक नहीं जा पाते थे लेकिन अब 15 लाख से ज्यादा गरीब आयुष्मान योजना के तहत लाभ उठा रहे हैं। 
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर सबसे करारा व्यंग्य करते हुए कहा कि महंगाई पर दो गाने बहुत मशहूर हुए, पहला-बाकी जो बचा महंगाई मार गई और दूसरा-महंगाई डायन खाय जात है। यह दोनों गाने कांग्रेस के शासन काल में बने जब महंगाई अपन चरम पर थी। इस देश में जब भी कांग्रेस आई है महंगाई बढ़ी है। 

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पीएम ने कहगा कि हर एक को अपमानित करना कांग्रेस का स्वभाव बन गया है, बाबा साहेब अंबेडकर ने कहा था कि कांग्रेस में शामिल होना आत्महत्या के समान होगा। 

 

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55 साल की सत्ता भोगने के बाद हर किसी को अपमानित करना उनके स्वभाव में है,, चीफ जस्टिस अपमानित करना, सेनाध्याक्ष, चुनाव आयोग, सबसे बड़ी जांच एजेंसी का अपमान करना ये सब विकृति आ गई है। इसलिए मैं महात्मा गांधी का काम कर रहा हूं। कांग्रेस मुक्त की इच्छा महात्मा गांधी ने जताई थी, मैं उन्हीं का काम कर रहा हूं। 
गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्थाओं का मामला उठाते हुए पीएम दी ने कहा कि इस सरकार ने उन संस्थाओं को केवल एक चिट्ठी भेजी थी जो विदेश से पैसा लेते हैं, उनसे हिसाब मांगा गया, चिट्ठी मिलते ही 20 हजार संस्थाओं ने अपने यहां ताला लगा दिया। 
हर कोई चाहता है कि कालाधन खत्म हो लेकिन कोई नहीं कर पा रहा था क्योंकि किसी न किसी का पांव कहीं न कहीं फंसा हुआ है। 
पीएम ने कहा कि जितनी कठिन चुनौतियां हैं उससे मजबूत इरादे हैं। कालेधन पर आज भी जीरो टॉलरेंस की नीति है। 
पीएम ने कहा कि हमने 8 करोड़ दलालों को आधार लागू करके बाहर का रास्ता दिखाया।  हमें किसी पर अहसान करना है न हम किसी अहसान पर जिंदा हैं, हम तो सवा सौ करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद से चल रहे है। 
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपकी बेचैनी में समझ सकता हूं, अब एक दो नहीं तीन-तीन राजदार पकड़े गए हैं। 
सेना की जरुरतों के बारे मे बात करते हुए पीएम ने बताया कि 2009 में डेढ़ लाख बुलेट प्रूफ की मांग की गई थी आपने पूरी नहीं की। 2016 में हमने 50 हजार बुलेट प्रूफ की खरीद की, बाकी के बुलेट प्रूफ 2018 में उपलब्ध करा दिया। 
पीएम ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि सेना को आपने निहत्था बनाकर रख दिया था। बुलेट प्रूफ जैकेट तक नहीं उपलब्ध था। न कम्यूनिकेशन के लिए सही उपकरण थे। न हेलमेट थे न अच्छी तरह के जूते थे।
भगोड़े विजय माल्या के हाल के बयान पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा कि जो भाग गए हैं वो रो रहे हैं कि हमने तो 9 हजार का कर्ज लिया था अब बढ़कर 13 हजार करोड़ हो गया है। लूटनेवालों को आपने लूटने दिया हमने कानून बनाकर उसे वापस लेने की कोशिश की है।

 

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बैंकों में नामदार के फोन चले जाते थे और जनता के पैसे लोग निकाल रहे थे। अब सब निकल रहा है, परेशानियां बढ़ रही है, स्वतंत्रता के बाद बैंकों ने 2008 तक कुल 18 लाख करोड़ का कर्ज दिया.. 2006 से 2014 के बीच 6 साल में 18 लाख करोड़ बढ़कर 52 लाख करोड़ हो गया। ये लोगों के पैसे थे जो लूटे जा रहे थे। 
पीएम मोदी ने अपने भाषण में एक शेर भी पढ़ा- 
जब कभी झूठ की बस्ती में सच को बिलखते देखा है
तब मैंने अपने भीतर किसी बच्चे को सिसकते देखा है
अपने घर की चारदिवारी में अब लिहाफ में भी सिहरन होती है
जिस दिन से किसी को गुरबत में सड़कों पर ठिठुरते देखा है

महागठबंधन पर व्यंग्य करते हुए पीएम मोदी का कहना था कि मिलावटी सरकार आती है तो कितनी परेशानी होती है और अब तो महामिलावट हो रही है। गरीबी से उठा हुआ इंसान देश की गद्दी पर बैठ गया इसे ये लोग पचा नहीं पा रहे हैं। 

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पीएम ने ध्यान दिलाया कि धारा 356 का प्रयोग सबसे ज्यादा किसने किया, चुनी हुई सरकारों को गिराया। न्यायपालिका को कांग्रेस के लोग धमकाते हैं, आप पूरी न्यापालिका को डरा रहे हैं और आरोप मुझपर लगाते हो। चुनाव आयोग की गरिमा पूरी दुनिया में है, कुछ तो इसका ख्याल करो। 
सेना के चीफ को गुंडा कहते हैं और फिर कहते हैं कि मोदी सब बर्बाद कर रहा है। सेना को अपमानित किया कांग्रेस ने, कहते हैं मोदी बर्बाद कर रहा है। 
पीएम ने कहा कि हम सच बोलते हैं, जनसभा में भी और लोकसभा में भी, अब आपकी (खड़गे) मुसीबत है कि सच सुनने की आदत ही चली गई। 
मोदी और बीजेपी की आलोचना करते-करते लोग देश की बुराई करने लगते हैं। लंदन में झूठी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके देश की कितनी इज्जत बढ़ा रहे हो। 
पिछले साढ़े चार साल में भारत की अर्थव्यवस्था 11वें नंबर से छठे नंबर पर आ गई है। 
पीएम ने आगे कहा कि एडी का मतलब आफ्टर डायनेस्टी और बीसी का मतलब बिफोर कांग्रेस। 
बजट सत्र के आखिरी भाषण में पीएम मोदी ने सभी को आगामी लोकसभा चुनाव में स्वस्थ प्रतियोगिता के लिए आमंत्रण देते हुए अपने अभिभाषण का समापन किया।