हाल ही में कांग्रेस की महासचिव नियुक्त की गयी प्रियंका गांधी वाड्रा विदेश से लौट आयी है। गुरुवार को कांग्रेस के महासचिवों की अहम बैठक होने जा रही है इससे पहले प्रियंका महासचिव का पद संभालेंगी और फिर उसके बाद यूपी के दौरे पर जाएंगी।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने विदेश से लौटने के बाद अपने भाई और कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। प्रियंका अपनी बेटी का इलाज कराने के लिए विदेश गयी थी और पिछले महीने ही कांग्रेस ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया था और इसके साथ ही उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया था। कांग्रेस ने अपनी रणनीति के तहत पार्टी का महासचिव नियुक्त किया है क्योंकि पूर्वी उत्तर प्रदेश कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। ऐसा कहा जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति तैयार करने के लिए गुरुवार दिल्ली में पार्टी महासचिवों एवं विभिन्न राज्यों के प्रभारियों की बैठक हो रही है और इसमें प्रियंका भी शामिल होंगी।

कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक प्रियंका ने अभी से यूपी के नेताओं से मिलना शुरू कर दिया है। ताकि वहां की स्थिति का सही आंकलन किया जा सके। प्रियंका के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव नियुक्त किए गए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कई नेताओं के साथ बैठक की है। प्रियंका के महासचिव नियुक्त हो जाने के बाद जाहिर तौर पर प्रियंका की हैसियत पार्टी में दूसरे स्थान पर हो गयी है। अब वह संगठन में दूसरे नंबर की सबसे ताकतवर नेता बन गयी हैं और ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस संगठन में प्रियंका का पद भले ही महासचिव का हो, लेकिन वह इन 13 महासचिवों में सबसे ज्यादा शक्तिशाली होंगी। कांग्रेस में 13 महासचिव हैं और उसमें दो ही महिला महासचिव हैं. पहली अबिंका सोनी और दूसरी प्रियंका गांधी।