नई दिल्ली/लखनऊ।

कांग्रेस महासचिव और पूर्व उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अब उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा का आगाज मंदिर राजनीति के जरिए करेंगी। प्रिंयका गांधी पूर्वी उत्तर प्रदेश को साधने के लिए वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगी तो मिर्जापुर में विंध्यवासिनी माता के दर्शन करेंगी।

प्रियंका गांधी वाड्रा आगामी 17 मार्च से पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र का दौरा करेंगी। वाराणसी में प्रियंका गांधी वाड्रा काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करेगी। हालांकि फरवरी में प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में उतरने के वक्त ये कहा जा रहा था कि प्रियंका काशी में विश्वनाथ जी के दर्शन करेगी साथ ही दस फरवरी को कुंभ में स्नान करेंगी। लेकिन मुस्लिम वोट बैंक को देखते हुए प्रियंका गांधी ने अपनी योजना में बदलाल किया। हालांकि पुलवाम हमले और एयर स्ट्राइक के बाद बदली फिजा के बाद कांग्रेस ने फिर से मंदिर राजनीति के जरिए प्रियंका को स्थापित करने की तैयारी कर ली है। प्रियंका वाराणसी में प्रियंका के रोड शो करने के साथ ही रैली भी करेंगी। यही नहीं प्रियंका प्रयाग से काशी तक नाव से सफर करेंगी।

असल में उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने के फैसले के बाद कांग्रेस का पूरा दारोमदार प्रियंका गांधी के ऊपर है। क्योंकि पार्टी अध्यक्ष होने के नाते राहुल गांधी को पूरे देश में दौरे करने हैं। लिहाजा ये तय है कि राहुल गांधी राज्य में ज्यादा समय नहीं दे सकेंगे। लिहाजा प्रियंका को ही राज्य का चेहरा बनाकर कांग्रेस उन्हें स्थापित करने की कोशिश कर रही है। प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को लखनऊ जाएंगी और यहां वह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पार्टी के घोषित उम्मीदवारों के साथ मीटिंग करेंगी। जबकि प्रियंका 17 मार्च को प्रयागराज से वाराणसी तक गंगा नदी के रास्ते स्टीमर से जा सकती हैं।

प्रियंका गांधी वाड्रा के यूपी कार्यक्रम के मुताबिक वह प्रयागराज से विंध्याचल मिर्जापुर होते हुए काशी विश्वनाथ की धरती पर पहुंचेंगी। वह मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी धाम और काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन भी करेंगीं। असल में प्रियंका का गंगा के जरिए काशी जाने का मकसद मोदी सरकार के गंगा सफाई अभियान की पोल खोलना है। हाल के कुंभ में करीब 25 करोड़ लोगों ने डूबकी लगाई और गंगा के साफ पानी की हर कोई तारीफ कर रहा है। लिहाजा प्रियका लोगों को बताना चाहती है कि गंगा प्रयाग राज से काशी तक पूरी तरह से गंदी है। लिहाजा मोदी सरकार गंगा सफाई अभियान का महज दिखावा कर रही है।