लोकसभा चुनाव के दौरान पूरे यूपी की कमान कांग्रेस पार्टी ने प्रियंका गांधी वाड्रा के हाथ में सौंपी थी। लेकिन पार्टी कोई खास करिश्मा नहीं कर पायी और अपने गढ़ अमेठी में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। कई सीटों पर तो पार्टी की जमानत भी जप्त हो गयी थी।
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस उत्तर प्रदेश में फिर से खुद को स्थापित करने में जुटी है। इसके लिए अब कांग्रेस की सबसे ज्यादा ताकतवर महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने नया मंत्र दिया है। इसके तहत पार्टी के अहम पदों पर सालों से जमे उम्र दराज नेताओं को किनारा कर युवा नेताओं को इन पदों पर नियुक्त किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव के दौरान पूरे यूपी की कमान कांग्रेस पार्टी ने प्रियंका गांधी वाड्रा के हाथ में सौंपी थी। लेकिन पार्टी कोई खास करिश्मा नहीं कर पायी और अपने गढ़ अमेठी में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। कई सीटों पर तो पार्टी की जमानत भी जप्त हो गयी थी। लिहाजा अब पार्टी को फिर से खड़ा करना चाहती है। इसके लिए प्रियंका ने 40 साल से कम उम्र के युवाओं को अहम जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर ली है।
जबकि पार्टी में सालों से अहम पदों पर जमे नेताओं को किनारा करने की योजना बनाई है। दो दिन पहले ही कांग्रेस ने संगठन को दुरुस्त करने के लिए जिला और शहर इकाइयों को भंग कर दिया था। क्योंकि कई जिलों में कांग्रेस का संगठन भी ठीक का नहीं था और नेता सालों से वहां पर अहम पदों पर नियुक्त थे।
इसके जरिए प्रियंका ने ये संदेश देने की कोशिश की थी कि जिला स्तर पर कांग्रेस की इकाइयों को नेताओं की गिरफ्त से मुक्त करना है। फिलहाल प्रियंका गांधी ने राज्य में संगठन को मजबूत करने के लिए चार टीमों का गठन किया है। जो जिला स्तर पर पार्टी के प्रदर्शन के साथ ही वहां पर संगठन की स्थिति पर अपनी रिपोर्ट उन्हें देगा और उसी आधार पर पार्टी नेताओं को दायित्व देगी।
प्रियंका ने साफ कर दिया है कि जिलों में पार्टी बड़े नेताओं की गिरफ्त में फंसी जिला कमेटियों को मुक्त कराना। फिलहाल अभी तक प्रियंका 900 से ज्यादा कार्यकर्ताओं से मिल चुकी है। इसके जरिए वह स्वयं रिपोर्ट तैयार कर रही हैं। प्रियंका ने साफ कर दिया है कि 40 साल की उम्र से कम के कम से कम 50 प्रतिशत लोगों को संगठन में जगह दी जाएगी।
Last Updated Jun 26, 2019, 9:13 AM IST