कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में कार्यकर्ताओं की बगावत को देखते हुए प्रियंका गांधी ने अब वहां पर डेरा डालने का फैसला किया है। प्रियंका पहले रायबरेली जा रही थी, लेकिन अमेठी में कल एक कांग्रेस नेता के पार्टी छोड़ने के बाद प्रियंका ने वहां पर जाने का फैसला किया है।

असल में कांग्रेस महासचिव व पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा आज सबसे पहले अमेठी के लिए रवाना होंगी। क्योंकि कल ही वहां पर कांग्रेस नेता हाजी हारून रशीद ने राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हाजी हारून के पिता 1991 में राजीव गांधी और 1999 में सोनिया गांधी के नामांकन में प्रस्ताव थे। हाजी हारून के पार्टी छोड़ने को बड़ा झटका माना जा रहा है। क्योंकि अमेठी में 6.5 लाख मुस्लिम मतदाता हैं। लिहाजा अब प्रियंका गांधी ने रायबरेली के बजाय अमेठी पर ध्यान लगाना शुरू कर दिया है।

अमेठी में इस बार चुनाव कठिन माना जा रहा है। क्योंकि यहां पर कार्यकर्ता राहुल गांधी से नाराज बताए जा रहे हैं और इसका खामियाजा कांग्रेस को चुनाव में उठाना पड़ सकता है। वहीं भाजपा की प्रत्याशी स्मृति ईरानी भी यहां पर काफी सक्रिय है। प्रियंका अब अमेठी से रायबरेली होते हुये वह शुक्रवार को अयोध्या पहुंचेंगी। पहले उनका अयोध्या दौरा मंगलवार को प्रस्तावित था। प्रियंका का बगैर किसी कार्यक्रम के अमेठी जाना अहम माना जा रहा है। क्योंकि कहा जा रहा है कि आने वाले समय में कई कांग्रेसी नेता राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

लिहाजा कार्यकर्ताओं में बगावत को रोकने के लिए प्रियंका वहां कार्यकर्ताओं से मिलेंगी और उनकी दिक्कतों को सुनेंगी। गौरतलब है कि कांग्रेस का महासचिव नियुक्त करने के बाद प्रियंका का यह पहले अमेठी और रायबरेली दौरा होगा। अपनी मां सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली का दौरा करेंगी। वह बुधवार को ही भुएमऊ गेस्ट हाउस पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगी। बृहस्पतिवार को इसी गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं की बैठक करेंगी और फिर शुक्रवार को कुमारगंज होते हुए अयोध्या पहुंचेंगी। जनवरी में सक्रिय राजनीति में आने के बाद से कांग्रेस महासचिव लखनऊ के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और प्रयागराज का दौरा कर चुकी हैं।