लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार से अपने अपना सियासी दांव खेल दिया है।  प्रियंका ने उत्तर प्रदेश सरकार से प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने की योजना बनाने का आग्रह किया है। हालांकि अगर ऐसा होता तो योगी सरकार जाहिर तौर से लॉकडाउन को नियमों को तोड़ेगी। जबकि कोटा से छात्रों को लाने को लेकर योगी सरकार पहले से ही विपक्षी दलों के बीच में घिरी हुई है।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश सरकार से राज्य के प्रवासी श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने में मदद करने की योजना तैयार करने का आह्वान किया। प्रियंका ने राज्य सरकार से कहा कि वह उन सभी प्रवासी श्रमिकों तक पहुंचने के लिए एक हेल्पलाइन और नियंत्रण कक्ष स्थापित करे। जो विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।

 प्रियंका ने लिखा है कि ये हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम उनकी मदद करें। हम उन्हें इस तरह नहीं छोड़ सकते। हमें कोई रास्ता निकालना होगा। मैं उत्तर प्रदेश सरकार से 1000 लोगों की एक हेल्पलाइन और एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का आग्रह करती हूं ताकि इन फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचा जा सके। आपको उन्हें वापस लाने की योजना बनानी होगी।

हालांकि उत्तर प्रदेश के कांग्रेस महासचिव प्रभारी ने राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने के लिए राज्य सरकार की सराहना की। जबकि कई राजनैतिक दल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को छात्रों को लाने को लेकर घेर रहे हैं और लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं।

माया भी कर चुकी हैं योगी सरकार की तारीफ

बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती भी कोटा से छात्रों को लाने को लेकर यूपी की योगी सरकार की तारीफ कर चुकी हैं।  हालांकि इससे पहले मायावती ने अपने विधायकों और सांसद से मुख्यमंत्री  राहत कोष में धन देने का आदेश दिया था।  जबकि सपा प्रमुख योगी सरकार की आलोचना कर चुके हैं।