राष्ट्रीय महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी बनकर पहली बार लखनऊ आ रहीं प्रियंका गांधी लखनऊ में कभी कांग्रेस के रणनीतिकार रहे और अब जनता दल यूनाइटेड के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर यानी पीके का फार्मूला अपनाएगी। प्रियंका गांधी लखनऊ में रैली निकालकर अपनी ताकत का एहसास राज्य के राजनैतिक दलों को कराएगी। 

प्रियंका गांधी सोमवार को पहली बार महासचिव बनने के बाद लखनऊ आ रही है। प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया तीन दिनों के दौरे पर लखनऊ आएंगे और पार्टी कार्यकर्ता उनके स्वागत के लिए लखनऊ में रैली निकालेंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि अपने दौरे के दौरान प्रियंका रोजाना करीब 12 घंटे बैठकें कर कार्यकर्ताओं से फीड बैक लेंगे। हर लोकसभा क्षेत्र को एक घंटे का समय दिया जाएगा।

इसके मुताबिक सबसे पहले लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, इलाहाबाद, फूलपुर, धौरहरा, मोहनलालगंज के कार्यकर्ताओं से बातचीत की जाएगी और फिर बाराबंकी, कैसरगंज, बहराइच, देवरिया, कुशीनगर, फैजाबाद, गोंडा, बस्ती, सीतापुर, आजमगढ़, जौनपुर, अंबेडकरनगर, मीरजापुर की सीटों पर चर्चा की जाएगी। हालांकि लखनऊ में होने वाली बैठक में अमेठी और रायबरेली के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मुलाकात के लिए नहीं बुलाया गया है।

माना जा रहा है कि इन दो लोकसभा क्षेत्रों में बैठक के लिए प्रियंका वहां खुद जाएंगी। प्रियंका के साथ बैठक के लिए लखनऊ में हर लोकसभा के 20 लोगों को बुलाया गया है। इसमें लोकसभा क्षेत्र के संगठन के पदाधिकारी के साथ ही पूर्व सांसद-विधायक और पूर्व प्रत्याशियों को जगह दी गई है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस दौरे में राहुल गांधी भी प्रियंका के साथ होंगे। असल में 2017 में कांग्रेस के रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने तय फार्मूला तय किया था जिसके तहत हर लोकसभा के स्थानीय लोगों के मिलकर फीडबैक लेना था।